India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Avadh Ojha: अवध ओझा, जो 22 वर्षों से शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत हैं, अब राजनीति में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वह आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार के तौर पर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पटपड़गंज (पूर्वी) सीट से चुनावी मैदान में हैं। उनकी सीधी टक्कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी से है। अवध ओझा की चुनावी जंग में उनकी खास पहचान बनी है, जो सोशल मीडिया पर अपनी अनोखी शैली और राजनीति के प्रति अपनी सोच को लेकर चर्चाओं में बने हुए हैं।

अवध ओझा का चुनावी सफर

अवध ओझा की शिक्षा से जुड़ी वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। गले में गमछा डालकर इतिहास और राजनीति को अपने अलग अंदाज में समझाने की उनकी शैली ने उन्हें एक खास पहचान दिलाई है। उनकी शिक्षाओं को लेकर युवा वर्ग में एक अलग ही आकर्षण है। साथ ही, उनके द्वारा साझा किए गए ट्वीट्स और वीडियो भी चर्चा का विषय बने रहते हैं। अवध ओझा का एक ट्वीट 6 फरवरी को सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने लिखा, “मेरा सिर्फ़ एक ही मकसद था… है और हमेशा रहेगा… हर एक जरूरतमंद बच्चे को शिक्षा देना।

सभी कार्यकर्ता साथियों का और पटपड़गंज की जनता का तहे दिल से धन्यवाद। मैं आपके साथ आपके हर सुख-दुख में हमेशा खड़ा रहूंगा। इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थकों और आलोचकों के बीच अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं। कई यूजर्स ने उनके लिए जीत की कामना की, जबकि कुछ ने उन्हें ट्यूशन की दुनिया में लौटने की सलाह दी।

अवध ओझा व्यक्तिगत जीवन

उनका जन्म 3 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हुआ था। उनके पिता माता प्रसाद ओझा एक पोस्टमास्टर थे और उनकी मां संतोष ओझा एक वरिष्ठ वकील हैं, जो सिविल बार एसोशिएशन की उपाध्यक्ष भी हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें उच्च शिक्षा और समाज सेवा की ओर प्रेरित किया। उनकी मां कांग्रेस महिला विंग की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

शिक्षा और करियर की शुरुआत

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गोंडा के फातिमा इंटर कॉलेज से प्राप्त की और फिर उच्च शिक्षा के लिए प्रयागराज का रुख किया। उन्होंने 2000 में लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ में बैचलर डिग्री हासिल की। हालांकि, उनके माता-पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बने, लेकिन अवध का सपना कुछ और था। उनका उद्देश्य था यूपीएससी (IAS) परीक्षा पास करना और देश की सेवा करना।

राजनीति में कदम

अवध ओझा ने UPSC की तैयारी शुरू की, लेकिन पहले प्रयास में असफल रहे। इसके बाद उनके माता-पिता नाराज हुए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई जारी रखी। हालांकि, उनके जीवन का मोड़ तब आया जब उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कोचिंग सेंटर शुरू किया और युवाओं को यूपीएससी की तैयारी में मदद करना शुरू किया। इसके बाद उनकी पहचान एक कोचिंग शिक्षक के रूप में मजबूत हुई, और अब वे राजनीति में भी सक्रिय हो गए हैं।

AAP से जुड़ना

हाल ही में अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़कर पटपड़गंज सीट से चुनावी मैदान में उतरे। वे अपनी शिक्षाओं के साथ-साथ समाज के लिए काम करने की सोच रखते हैं, जो उन्हें राजनीति में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करती है। उनके लिए राजनीति में कदम रखना एक चुनौतीपूर्ण फैसला था, लेकिन उन्होंने इसे एक नए अवसर के रूप में लिया है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर चर्चा लगातार बनी रहती है, जहां लोग उनकी बयानबाजी और चुनावी अंदाज की आलोचना करते हैं, तो कुछ उनका समर्थन भी करते हैं। उनके समर्थक मानते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के साथ वे राजनीति में भी परिवर्तन ला सकते हैं। वहीं आलोचक उन्हें राजनीति में हार की ओर बढ़ते हुए और ट्यूशन की दुनिया में वापस लौटने की सलाह दे रहे हैं।

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