India News (इंडिया न्यूज),JNU Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के विरोध में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) और आइसा (AISA) ने दिल्ली के यूपी भवन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव
प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में पोस्टर और प्लेकार्ड लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठाए। प्लेकार्ड्स पर लिखा था, “संभल के मुसलमान युवाओं की मौत के जिम्मेदार योगी आदित्यनाथ हैं।” आइसा और जेएनयूएसयू के छात्रों ने उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन से यूपी भवन तक मार्च निकाला, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय और आइसा दिल्ली राज्य सचिव नेहा भी शामिल थे। छात्रों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किया और उन्हें दूर स्थित बवाना थाने ले जाया गया।
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संभल हिंसा का मुद्दा
संभल में 19 नवंबर को शाही जमा मस्जिद के कोर्ट-आदेशित सर्वेक्षण के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद पत्थरबाजी हुई और हिंसा भड़क उठी। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मी तथा अन्य लोग घायल हुए। आइसा के मुताबिक, यह हिंसा पुलिस की बर्बरता का परिणाम है।
छात्रों का सरकार से सवाल
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय ने सोशल मीडिया पर लिखा, “न्याय मांगने की सजा कब तक? संभल के निर्दोषों की हत्यारी पुलिस पर भरोसा खत्म हो गया है।” प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस घटना पर न्याय की मांग करते हुए संघर्ष जारी रखने की अपील की।