India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Kailash Gehlot: दिल्ली के चुनावों में अरविंद केजरीवाल को मिली हार के बाद राज्यसभा में उनकी उम्मीदवारी को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। खासतौर पर जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बना दिया, तब यह कयास और भी बढ़ गए। इस संदर्भ में, उनके पुराने सहयोगी और दिल्ली सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को आत्ममंथन करने की सलाह दी है।

कैलाश गहलोत का बयान

कैलाश गहलोत, जो कभी आम आदमी पार्टी (AAP) के टिकट पर चुनाव जीतकर दिल्ली में मंत्री रहे थे, लेकिन पिछले साल बीजेपी में शामिल हो गए थे, ने केजरीवाल के राज्यसभा जाने की संभावनाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब दिल्ली की जनता ने झूठी राजनीति को हराया है और उन्होंने अपनी सीट भी हार दी है, तो अब वह राज्यसभा क्यों जाना चाह रहे हैं? गहलोत ने केजरीवाल को आत्ममंथन करने की सलाह दी। गहलोत ने आगे कहा, दिल्ली की जनता ने झूठी राजनीति को नकारा है, और यह समय है कि आम आदमी पार्टी इस पर विचार करें। बहुत जल्द पंजाब की जनता भी इसे नकार देगी। उनका यह बयान केजरीवाल के राज्यसभा जाने को लेकर सवाल उठाता है, खासकर जब दिल्ली में उनकी पार्टी को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।

अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का बयान

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी केजरीवाल के राज्यसभा जाने की संभावना पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “अब केजरीवाल के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने विधायकी का चुनाव हार लिया है और दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन गई है। ऐसे में वह राज्यसभा जाएंगे। वड़िंग ने यह भी कहा कि यह स्थिति उनकी राजनीतिक मजबूरी को दर्शाती है, क्योंकि अब उनके पास कोई अन्य रास्ता नहीं बचा है।

रवनीत सिंह बिट्टू का बयान

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी केजरीवाल के राज्यसभा जाने की संभावना पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम बार-बार कहते आए हैं कि अरविंद केजरीवाल सत्ता के बिना नहीं रह सकते। अगर संजीव अरोड़ा लुधियाना से विधायक की सीट जीत जाते हैं, तो वे सांसद और विधायक दोनों पदों पर नहीं रह सकते। अगर वे हार जाते हैं, तो वे कहेंगे कि आप विधायक की सीट हार गए, तो हम आपको अब सांसद की सीट क्यों दें? इस स्थिति में दोनों के लिए केजरीवाल को नुकसान होगा।” बिट्टू ने यह भी संकेत दिया कि हो सकता है कि संजीव अरोड़ा को राज्यसभा से इस्तीफा दिलाकर केजरीवाल को राज्यसभा में भेजा जाए।

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लुधियाना वेस्ट सीट पर उपचुनाव

लुधियाना वेस्ट सीट AAP के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के कारण खाली हुई थी। गोगी की मृत्यु पिछले महीने लाइसेंसी हथियार से दुर्घटनावश गोली चलने से हुई थी। इसके बाद, लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव की स्थिति बनी। वहीं, इस उपचुनाव में AAP ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है। संजीव अरोड़ा 2022 से ही राज्यसभा सांसद हैं।

AAP की प्रतिक्रिया

AAP के प्रवक्ता संदीप पाठक ने विपक्षी दलों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर संजीव अरोड़ा की उम्मीदवारी का ऐलान किया और यह स्पष्ट किया कि पार्टी अपने चुनावी फैसलों पर पूरी तरह से अधिकार रखती है। इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम के बीच, दिल्ली और पंजाब की राजनीति में उठ रहे इन मुद्दों ने केजरीवाल के भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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