India News Delhi (इंडिया न्यूज़), AAP Meeting: दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों और मंत्रियों के साथ दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में पार्टी के भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी, ताकि पार्टी के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जा सके और आगामी चुनावों के लिए तैयारियों को गति दी जा सके। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य 11 फरवरी को दिल्ली के कपूरथला हाउस में इस बैठक में शामिल होंगे।
दिल्ली में हार के बाद पार्टी की एकजुटता की जरूरत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के शीर्ष नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और सौरभ भारद्वाज तक इस बार चुनाव में हार गए। आम आदमी पार्टी की इस हार ने पार्टी के भीतर चिंता का माहौल उत्पन्न कर दिया है। इस हार के बाद, अरविंद केजरीवाल और अन्य पार्टी नेताओं ने पार्टी को एकजुट करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा
इस बैठक का प्रमुख उद्देश्य पार्टी के भविष्य की रणनीति पर विचार करना है। आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर सिंह कांग ने कहा कि यह बैठक पार्टी की नियमित बैठकों का हिस्सा है, जिसमें आगामी रणनीतियों पर विचार किया जाएगा और पार्टी के विभिन्न इकाइयों से फीडबैक लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक का उद्देश्य पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना और पार्टी की आगामी योजनाओं को साकार करना है।
दिल्ली में हार के बाद कांग्रेस ने उठाए सवाल
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के बाद कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक विवादास्पद बयान दिया था। बाजवा ने दावा किया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के 30 विधायक कांग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं। उनका कहना था कि पंजाब के लोग अब आम आदमी पार्टी का असली चेहरा देख चुके हैं, और पार्टी ने 2022 में बड़े वादे किए थे, लेकिन वे पूरे नहीं हो सके। इस बीच, पंजाब के भाजपा नेता सुभाष शर्मा ने भी कहा कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए दावा कर सकते हैं।
बैठक की वजह
पंजाब में पिछले 4 महीने से कोई कैबिनेट बैठक नहीं हो पाई थी। आखिरी कैबिनेट बैठक 8 अक्टूबर 2024 को हुई थी, जिसके बाद पंजाब सरकार ने दिल्ली चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण कोई बैठक नहीं बुलाई। इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 10 फरवरी को एक कैबिनेट बैठक बुलाई थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल की बैठक के चलते इस बैठक को स्थगित कर दिया गया। अब यह बैठक 13 फरवरी को चंडीगढ़ में होगी। पंजाब में 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज की थी और 117 में से 92 सीटें हासिल की थीं। वहीं, दिल्ली में इस बार पार्टी को महज 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा, जबकि बीजेपी ने 48 सीटों के साथ सत्ता में वापसी की।
आने वाले दिनों में क्या हो सकती है रणनीति?
पार्टी के नेताओं के मुताबिक, दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद अब पार्टी के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य अपनी कार्यशैली और रणनीतियों पर पुनः विचार करना है। पार्टी को अब पंजाब में अपनी सरकार की लोकप्रियता को बनाए रखने के लिए कदम उठाने होंगे। साथ ही, आगामी चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पार्टी को एक नई दिशा में काम करना होगा। दिल्ली में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है। पार्टी अब अपनी असफलताओं से सीखकर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है।
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