India News (इंडिया न्यूज़),Kejriwal on Yamuna Water Controversy: दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर यमुना के पानी को लेकर हरियाणा सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनकी सरकार और दिल्ली के लोगों की मेहनत रंग लाई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अब अमोनिया मुक्त पानी भेज रही है, जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इसके साथ ही केजरीवाल ने चुनाव आयोग की ओर से मिले नोटिस पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्हें आयोग की ओर से दो नोटिस मिले हैं, जिनकी भाषा अलग थी और इससे ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग ने उन्हें सजा देने का मन बना लिया है।
चुनाव आयोग ने मांगे थे जवाब
चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर पांच सवालों के जवाब मांगे थे। आयोग ने पूछा था कि यमुना के पानी में कहां और कैसे ज़हर मिलाया गया, इसके सबूत दिए जाएं। साथ ही अमोनिया के बढ़ते स्तर को ज़हर के आरोपों से जोड़ने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। आयोग ने निर्देश दिया था कि 31 जनवरी तक जवाब दिया जाए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। केजरीवाल ने इस नोटिस का जवाब भेज दिया, लेकिन इसके बाद उन्हें चुनाव आयोग की ओर से एक और नोटिस मिला, जिस पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग उन्हें दंडित करना चाहता है।
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हरियाणा सरकार पर फिर साधा निशाना
केजरीवाल ने यमुना में अमोनिया की बढ़ती मात्रा को लेकर हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और समाधान निकालने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार लगातार प्रयास कर रही है ताकि राजधानी के लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके, लेकिन राजनीतिक कारणों से हरियाणा सरकार इसमें सहयोग नहीं कर रही। दिल्ली चुनाव से पहले केजरीवाल के ये बयान राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा सकते हैं। बीजेपी और कांग्रेस पहले ही उन पर तीखे हमले कर रही हैं, और अब चुनाव आयोग के नोटिस के बाद यह मुद्दा और गर्मा सकता है।
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