India News (इंडिया न्यूज),Maulana Sajid Rashidi: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने खुलासा किया है कि उन्होंने पहली बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) को वोट दिया है।
‘भाजपा कोई अछूत नहीं, न ही मुसलमान किसी पार्टी के गुलाम’
मौलाना रशीदी का कहना है कि उनका यह कदम मुसलमानों के मन में बैठाए गए डर को दूर करने की एक कोशिश है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के बीच यह धारणा बना दी गई थी कि BJP को वोट देना उनके अधिकारों के लिए खतरा बन सकता है, लेकिन उन्होंने इस डर को तोड़ने के लिए BJP को समर्थन दिया। मौलाना साजिद रशीदी ने अपने बयान में कहा कि मुसलमानों को यह समझाया गया था कि BJP को हराना जरूरी है, क्योंकि अगर वह सत्ता में आई तो उनके अधिकार खतरे में पड़ जाएंगे। लेकिन उन्होंने इस मानसिकता को बदलने के लिए खुद BJP को वोट दिया। उनका मानना है कि अगर भाजपा सरकार बनाती है तो वह खुद मुसलमानों को दिखाएंगे कि उनके कौन से अधिकार छीने गए हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद भाजपा में शामिल होना नहीं है, बल्कि मुसलमानों को यह एहसास दिलाना है कि वे किसी भी राजनीतिक दल को समर्थन देने के लिए स्वतंत्र हैं।
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‘PM मोदी मुझे उसी तरह गले लगाएं, जैसे UAE राष्ट्रपति को लगाया था’
मौलाना साजिद रशीदी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी एक अपील की। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मोदी उन्हें उसी तरह गले लगाएं, जैसे उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति को गले लगाया था। उन्होंने BJP से भी आग्रह किया कि वे मुसलमानों को गले लगाएं और यह धारणा तोड़ें कि भाजपा मुसलमानों के खिलाफ है।
‘मुसलमान BJP को वोट दें, तभी उनके खिलाफ सवाल उठा सकते हैं’
मौलाना ने यह भी कहा कि अगर मुसलमान भाजपा को वोट देते हैं और उसके बावजूद उनके साथ अन्याय होता है, तो वे भाजपा सरकार से सवाल पूछ सकते हैं। उनका कहना है कि वह किसी भी पार्टी के बंधुआ मजदूर नहीं हैं और मुसलमानों को भी अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मुस्लिम नेताओं ने उनके मंच साझा नहीं किए, तो मुसलमान इन पार्टियों के गुलाम बनकर क्यों रहें? दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी, भाजपा, कांग्रेस समेत कई दलों के 699 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है और 8 फरवरी को मतगणना के बाद तस्वीर साफ होगी। एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। ऐसे में मौलाना साजिद रशीदी का यह बयान चुनावी माहौल में एक नई चर्चा को जन्म दे सकता है।
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