India News (इंडिया न्यूज़),Mohalla Buses News: दिल्ली की भाजपा सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलने के बाद अब मोहल्ला बसों का नाम बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के कार्यकाल में मोहल्ला बसों को लाने की योजना बनी थी, लेकिन ये बसें सड़कों पर नहीं उतर सकीं। अब भाजपा सरकार इन बसों को नए नाम के साथ सड़कों पर लाने जा रही है। भाजपा सरकार सत्ता में आते ही इस योजना को फिर से लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार, इन बसों के नाम को लेकर जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा। फिलहाल ये 150 इलेक्ट्रिक बसें कुशक नाला डिपो में खड़ी हैं और जल्द ही सड़कों पर दौड़ने लगेंगी।
लास्टमाइल कनेक्टिविटी को मिलेगी मजबूती
दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में जहां बड़ी बसें पहुंचने में असमर्थ होती हैं, वहां ये 9 मीटर लंबी लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। इससे न केवल यात्रियों का समय और किराया बचेगा, बल्कि ऑटो रिक्शा या कई बसें बदलने की जरूरत भी खत्म हो जाएगी। सरकार के मुताबिक, 2025 के अंत तक दिल्ली की सड़कों पर कुल 2,140 नई बसें उतरने वाली हैं, जिससे सार्वजनिक परिवहन और भी मजबूत होगा।
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सुविधाओं से लैस होंगी नई बसें
इन मोहल्ला बसों को पूरी तरह वातानुकूलित बनाया गया है और यात्रियों की सुरक्षा के लिए इसमें सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस और पैनिक बटन जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। एक बार चार्ज करने पर ये बसें 200 किमी तक का सफर तय कर सकती हैं। इनकी बैटरी महज 45 मिनट में चार्ज हो जाती है। 9 मीटर लंबी इन बसों में कुल 23 सीटें बैठने के लिए और 13 सीटें खड़े होकर यात्रा करने के लिए हैं। दिल्ली की सड़कों पर उतरने वाली इन बसों का रंग हरा होगा, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा। इनमें महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 6 गुलाबी सीटें आरक्षित की गई हैं।
बसों की लॉन्चिंग में देरी के पीछे क्या थी वजह?
मोहल्ला बसों की योजना तो आप सरकार के कार्यकाल में बनी थी, लेकिन इनका संचालन शुरू नहीं हो सका। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ही बसें दिल्ली पहुंच गई थीं, लेकिन प्रशासन और अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी के चलते इन्हें सड़कों पर उतारने में देरी होती रही। अब भाजपा सरकार इन बसों को नए नाम के साथ जल्द ही चलाने की योजना बना रही है, जिससे दिल्लीवासियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल सकेगी।