India News Delhi (इंडिया न्यूज़), NDLS Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि भगदड़ मचने से पहले क्या हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ से पहले प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर यात्रियों की भीड़ उमड़ी थी, जिसके कारण अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। घायल लोगों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

पीड़ितों ने साझा की अपनी दुखभरी कहानियां

भगदड़ में कई यात्रियों ने अपनी दर्दनाक कहानियां साझा की हैं। एक पीड़ित ने बताया कि इस हादसे में उसकी मां की मौत हो गई। पीड़ित ने बताया, हम एक ग्रुप में बिहार के छपरा जा रहे थे, लेकिन मेरी मां की अफरा-तफरी में मौत हो गई। लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे और डॉक्टर ने हमें पुष्टि की है कि मेरी मां की मौत हो गई है। हादसे में घायल परिवार के एक अन्य सदस्य महिला शोक में बेहोश हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और कई लोग दम घुटने के कारण बेहोश हो गए।

मुख्य वजहें आई सामने

भगदड़ के कारणों को लेकर कई यात्रियों ने अपनी आपबीती सुनाई। धर्मेंद्र सिंह नामक यात्री ने बताया, मैं प्रयागराज जा रहा था, लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गई थीं। स्टेशन पर बहुत भीड़ थी और मेरे सामने छह से सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया। वहीं, प्रमोद चौरसिया ने कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के लिए स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। भीड़ के कारण बहुत धक्का-मुक्की हुई और हम किसी तरह बाहर आकर इंतजार करने लगे। रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे जाने से भीड़ बढ़ गई और स्थिति बेकाबू हो गई।

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यात्रियों ने किसी तरह बचाई जान

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कई यात्री अपनी जान बचाने में सफल रहे। एक यात्री वेद गुप्ता ने कहा, “मैं दिल्ली से हूं, और प्लेटफॉर्म 14 से प्रयागराज जा रहा था। स्टेशन पर बहुत भीड़ थी और मैं अपनी पत्नी के साथ था। हम किसी तरह बच गए, लेकिन स्थिति बेहद खतरनाक थी। उन्होंने बताया कि भारी भीड़ के कारण वे लोग सही समय पर अपनी ट्रेन तक नहीं पहुंच सके, लेकिन किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे।

‘मैंने मना किया था, लेकिन…

महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए परिवार के साथ दिल्ली पहुंचे अमन गिरी ने कहा, “मैंने मना किया था, लेकिन फिर भी हमने योजना बनाई थी। हम छपरा, बिहार जा रहे थे, लेकिन स्टेशन पर ही हम भगदड़ का शिकार हो गए। मेरी मां सीलम गिरी की मौत हो गई है और मेरे पिता के पैर में चोट लगी है, उनका सीटी और एमआरआई चल रहा है। एलएनजेपी अस्पताल के शवगृह में मृतक की रिश्तेदार पूनम देवी ने कहा, अचानक घोषणा हुई कि ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर आने वाली है। लोग भागने लगे और भगदड़ मच गई। हमें शव लेने के लिए यहां बुलाया गया था। हम छपरा, बिहार जा रहे थे और हमें अपनी ट्रेन टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हमें यह भी नहीं पता था कि हमें किस ट्रेन में सवार होना था।

रेलवे ने मुआवजे का ऐलान किया

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस भगदड़ में मारे गए और घायल हुए यात्रियों के लिए रेलवे ने मुआवजे का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को 2.5 लाख रुपये, और मामूली घायल लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। रेलवे मंत्रालय ने इस हादसे के कारणों की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति बनाई है और इस घटना में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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