India News Delhi (इंडिया न्यूज़), NDLS Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार, 15 फरवरी की रात एक भयावह भगदड़ मच गई, जिसमें 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इस हादसे में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चों की जान चली गई। घायलों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
भगदड़ की वजह
बताया जा रहा है कि इस भगदड़ की मुख्य वजह स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ थी, जो प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए उमड़ी थी। चश्मदीदों के अनुसार, स्टेशन के लगभग सभी प्लेटफॉर्म यात्रियों से भरे थे, लेकिन प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13, 14 और 15 पर स्थिति सबसे ज्यादा खराब थी। भगदड़ तब मची जब रेलवे प्रशासन बार-बार ट्रेनों के ठहराव के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा करता रहा।
मची अफरा-तफरी
रेलवे पुलिस उपायुक्त (DCP) केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, और इसी ट्रेन में सवार होने के लिए हजारों यात्री प्लेटफॉर्म पर जमा थे। वहीं, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी देरी से चल रही थीं, जिससे यात्रियों की भीड़ और बढ़ गई। प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण जैसे ही ट्रेन में चढ़ने की अफरा-तफरी मची, भगदड़ शुरू हो गई।
14 महिलाओं समेत 18 की मौत
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भगदड़ इतनी अचानक हुई कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। एक महिला यात्री ने कहा कि वह अपने बच्चे के साथ वहां फंस गई थी। उसने बताया कि भीड़ की वजह से उसका सारा सामान खो गया और किसी तरह वह अपने बच्चे को बचा पाई। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार बेहद दुखी हैं। एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती एक मृतक के भाई संजय ने बताया कि उनका परिवार प्रयागराज जा रहा था। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि वे प्लेटफॉर्म तक पहुंच भी नहीं पाए थे और सीढ़ियों पर ही फंस गए। उनकी बहन भीड़ में दबकर मर गई। रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, ताकि इस भयावह हादसे की असली वजह सामने आ सके और भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो।
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