(इंडिया न्यूज़, दिल्ली): हाल ही में दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर कई आरोप लगाए थे। जिसमें उन्होंने वीके सक्सेना को  हेडमास्टर कहा था। अब केजरीवाल के आरोपों पर एलजी ने कड़ा एतराज जताते हुए चार पेजों का एक पत्र लिखा है। दिल्ली के सीएम द्वारा एलजी को हेडमास्टर कहने के आरोपों पर उपराज्यपाल ने कहा कि मैं हेडमास्टर के रूप में कार्य नहीं कर रहा हूं। मैं लोगों की आवाज के रूप में कार्य कर रहा हूं।

उपराज्यपाल ने पत्र में क्या लिखा?

एलजी ने पत्र में लिखा – मीडिया रिपोर्टों के माध्यम से मेरे संज्ञान में आया है कि आपने पिछले कुछ दिनों में मेरे बारे में कई बयान दिए हैं जो कि गंभीर और अपमानजनक हैं। जैसे कि आपने कहा- ‘एलजी कौन है’ और ‘वह कहां से आया’ आदि.. इनका उत्तर दिया जा सकता है। यदि आप देश के संविधान को देखें तो इनका जवाब देने की जरूरत नहीं है। आपके बयान निम्न स्तर के हैं। उपराज्यपाल ने इसमें आगे लिखा कि – मुझे मुझे मीडिया के जरिए पता चला कि सोमवार (16.01.2023) को आप विधानसभा छोड़कर अन्य लोगों के साथ मिलकर राजनिवास के बाहर मुझसे मिलने की डिमांड को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद मैंने आपको बुलाया और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मुझसे मिलने आए थे।

LG का, केजरीवाल के शिक्षा मॉडल पर प्रहार

एलजी ने सीएम केजरीवाल शिक्षा मॉडल पर अंगुली उठाते हुए कहा कि दिल्ली के स्कूलों में बच्चों की संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है जो बहुत ही चिंताजनक है। 2013-2014 सत्र में जहां 16.1 लाख बच्चे पंजीकृत हुए थे। वहीं, 2019-20 सत्र में 15.1 लाख बच्चे पंजीकृत हुए हैं। दिल्ली की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है और छात्रों की संख्या का गिरना निराशाजनक है।

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