India News (इंडिया न्यूज),New Delhi Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हाल ही में हुई भगदड़ के बाद रेलवे ने सतर्कता बरतते हुए भीड़ नियंत्रण के उपायों का सफल परीक्षण किया। महाकुंभ के लिए यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि को देखते हुए शनिवार को रेलवे ने बिना आरक्षण वाले यात्रियों की आवाजाही को प्लेटफार्म नंबर 16 तक सीमित कर दिया, जिससे अन्य प्लेटफार्मों पर भीड़भाड़ नहीं हुई। इसके साथ ही प्रयागराज के लिए नई दिल्ली से पांच विशेष ट्रेनें चलाई गईं, जिससे श्रद्धालुओं का सुगम प्रस्थान सुनिश्चित किया गया।
रेलवे बोर्ड ने रखी खास नजर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव स्वयं रेलवे बोर्ड के वार रूम से स्थिति पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार दिशा-निर्देश दिए। वहीं, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा स्टेशन पर बने मिनी कंट्रोल रूम में उपस्थित रहे। रविवार शाम को रेल मंत्री ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की और प्रयोग को सफल बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्लेटफार्मों पर अनावश्यक भीड़ नहीं हुई और यात्रियों को बिना किसी अव्यवस्था के ट्रेन पकड़ने का अवसर मिला।
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टिकट बिक्री की बारीकी से हुई निगरानी
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि बिना आरक्षण वाले टिकटों की बिक्री की लगातार निगरानी की गई। दोपहर 2.30 बजे से रात 11.30 बजे तक हर आधे घंटे में टिकट बिक्री का आंकलन किया गया। शुरुआती घंटों में टिकट बिक्री की संख्या उतार-चढ़ाव के साथ 400 से 1100 के बीच रही, लेकिन शाम होते-होते इसमें बढ़ोतरी देखी गई। शाम छह से सात बजे के बीच प्रयागराज के लिए 2375 टिकट बेचे गए, जो सात से आठ बजे के बीच बढ़कर 2950 हो गए। इसके बाद रात आठ से नौ बजे के बीच 3429, नौ से दस बजे के बीच 2662 और दस से 11 बजे के बीच 1689 टिकटों की बिक्री हुई।
हर घंटे चली विशेष ट्रेन
इस दौरान रेलवे ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हर घंटे प्रयागराज के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई, जिससे यात्रियों को समय पर गंतव्य पहुंचने की सुविधा मिली। रेलवे के अनुसार, शनिवार शाम छह बजे से रात 11 बजे के बीच 13,105 यात्रियों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रयागराज के लिए यात्रा की। इस प्रयोग को देखते हुए भविष्य में भीड़ नियंत्रण के लिए इसी प्रकार की रणनीति अपनाई जा सकती है।