India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Pravesh Verma: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को भारतीय जनता पार्टी के प्रवेश वर्मा ने हराया है, जिससे उनका नाम राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है। प्रवेश वर्मा की जीत को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं? इस खबर में हम प्रवेश वर्मा के बारे में ज्योतिषीय भविष्यवाणी के आधार पर जानेंगे कि उनके सितारे क्या कहते हैं और क्या वह दिल्ली सीएम की कुर्सी के लिए तैयार हैं।

प्रवेश वर्मा की बड़ी जीत

दिल्ली के नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल को हराकर प्रवेश वर्मा ने बड़ी जीत हासिल की है। यह जीत न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भाजपा के लिए भी ऐतिहासिक मानी जा रही है। भाजपा ने दिल्ली में 27 साल का वनवास समाप्त किया और यह जीत पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मोड़ साबित हुई है। अब सभी की नजरें प्रवेश वर्मा पर हैं और यह अनुमान लगाए जा रहे हैं कि क्या वह दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के दावेदार बन सकते हैं।

प्रवेश वर्मा का जन्म और ज्योतिषीय विश्लेषण

प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को हुआ था। अंक ज्योतिष के अनुसार, उनके जन्म का मूलांक 7 है, जो कि केतु का अंक माना जाता है। इसके साथ ही उनका भाग्यांक 4 है, जो राहु का अंक है। ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को पाप ग्रह माना जाता है, लेकिन इनका प्रभाव भी विशेष रूप से कलियुग में बहुत अधिक होता है। माना जाता है कि ये ग्रह किसी व्यक्ति को बहुत बड़ी सफलता और बहुत बड़ी असफलता दे सकते हैं। इसके अलावा, राहु और केतु व्यक्ति के जीवन में अचानक घटनाओं को उत्पन्न करने में सक्षम होते हैं।

राहु और केतु का प्रभाव

उन पर राहु और केतु दोनों का प्रभाव साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। राहु व्यक्ति को साहसी और निडर बनाता है। यह ग्रह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए व्यक्ति को तैयार करता है और यह व्यक्ति को अपने लक्ष्य पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है। दिल्ली चुनाव में प्रवेश वर्मा ने इस गुण का पूरा फायदा उठाया और बिना किसी डर के केजरीवाल जैसे बड़े नेता के खिलाफ चुनाव लड़ा। उन्होंने पूरे चुनाव में अपने लक्ष्य को लेकर गंभीरता दिखाई और अंततः सफलता प्राप्त की।

केतु ग्रह को रणनीति बनाने का मास्टर माना जाता है। इस बार, प्रवेश वर्मा ने अपनी पार्टी की जीत के लिए रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई। यही कारण है कि उनकी जीत में केतु का प्रभाव देखा गया है। केतु का असर यह भी है कि वह विजय के प्रतीक के रूप में सामने आता है, जिसे ज्योतिष में पताका भी कहा जाता है। इसके अलावा, केतु की भूमिका ने उन्हें सभी वर्गों का समर्थन दिलाने में मदद की और उन्हें विभिन्न मतदाताओं से वोट प्राप्त हुआ।

सीएम की कुर्सी के लिए रास्ता आसान नहीं

ज्योतिष के अनुसार प्रवेश वर्मा के लिए मुख्यमंत्री बनने का रास्ता आसान नहीं है। राहु और केतु जैसे ग्रहों का प्रभाव जहां एक ओर व्यक्ति को साहस और सफलता दिला सकते हैं, वहीं दूसरी ओर ये ग्रह अचानक उत्पन्न होने वाली बाधाओं का कारण भी बन सकते हैं। राहु और केतु के इस प्रभाव के कारण, प्रवेश वर्मा को हर कदम पर सतर्क रहना होगा। उन्हें अपनी वाणी पर संयम रखना होगा क्योंकि राहु कभी-कभी व्यक्ति को जुबान से हल्का बना देता है, जिससे उसे नुकसान हो सकता है। इसलिए, उन्हें अपनी रणनीतियों को गुप्त रखना और सही समय पर अपने कदम उठाने होंगे।

पूजा से दूर करें राहु-केतु के दोष

प्रवेश वर्मा को राहु और केतु के दोषों से निपटने के लिए योग्य मार्गदर्शन और सलाह की आवश्यकता होगी। उन्हें अपने विचारों को गुप्त रखने की सलाह दी जाती है और सही समय पर अपना अगला कदम उठाना चाहिए। इसके अलावा, राहु और केतु के प्रभाव से बचने के लिए उन्हें भगवान शिव, माता सरस्वती और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए, जिससे शुभ फल प्राप्त हो सकें।

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