India News (इंडिया न्यूज़),Ravinder Indraj Singh: दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने रोहिणी के अवंतिका इलाके में स्थित ‘आशा किरण होम’ का दौरा किया। यह गृह बौद्धिक दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक विशेष आश्रय स्थल है, जिसे समाज कल्याण विभाग संचालित करता है। मंत्री ने यहां निवास कर रहे दिव्यांग बच्चों की देखभाल, चिकित्सा सेवाओं और पुनर्वास सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को हरसंभव बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि उनकी जरूरतें पूरी हो सकें।
चिकित्सा और पुनर्वास सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण
मंत्री ने चिकित्सा वार्ड, पुनर्वास केंद्र, मानसिक स्वास्थ्य उपचार कक्ष, व्यावसायिक चिकित्सा, फिजियोथेरेपी केंद्र और फार्मेसी का निरीक्षण किया। उन्होंने डॉक्टरों, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO), पुनर्वास विशेषज्ञों और अन्य कर्मचारियों से मुलाकात कर निवासियों की स्वास्थ्य स्थिति, उपचार और प्रवेश प्रक्रियाओं की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी निवासियों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं मिलें और पुनर्वास सेवाओं में कोई कमी न रहे।
आत्मनिर्भरता की ओर कदम
मंत्री ने दिव्यांग बच्चों द्वारा तैयार किए गए सिलाई उत्पाद, ब्लॉक प्रिंटिंग, मोमबत्ती निर्माण, मिट्टी मॉडलिंग, दीये और आभूषण निर्माण जैसे कार्यों को देखा और उनकी रचनात्मकता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के माध्यम से दिव्यांग बच्चे भी आत्मनिर्भर बन सकते हैं और अपनी प्रतिभा से आगे बढ़ सकते हैं। सरकार उनके कौशल को निखारने के लिए हरसंभव मदद देगी।
भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
रसोई घर का निरीक्षण करते हुए मंत्री ने भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता का जायजा लिया। उन्होंने स्वयं भोजन चखा और इसके पोषण स्तर की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहां उच्च गुणवत्ता वाला भोजन तैयार किया जा रहा है, जिससे निवासियों को पर्याप्त पोषण मिल रहा है।
क्षमता से अधिक निवासियों की समस्या
‘आशा किरण होम’ की अधिकतम क्षमता 570 निवासियों की है, लेकिन फिलहाल यहां 756 दिव्यांग व्यक्तियों को रखा गया है। मंत्री ने इस गंभीर समस्या पर चिंता जताई और कहा कि सरकार जल्द ही इस स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी ताकि सभी निवासियों को पर्याप्त सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2024 में आशा किरण होम में 13 वयस्कों और 1 बच्चे की मृत्यु हुई थी, जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस सुधार किए जाएंगे।
दिव्यांग बच्चों की देखभाल में कोई कमी नहीं होगी
मंत्री इंद्राज सिंह ने ‘आशा किरण होम’ के कर्मचारियों के समर्पण की सराहना की और कहा कि यह गृह दिव्यांग बच्चों और वयस्कों के लिए एक अनूठी सुविधा है, जहां उनकी 24/7 देखभाल की जाती है। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांग व्यक्तियों के कल्याण के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा। इस दौरे से न सिर्फ वहां रहने वाले बच्चों और कर्मचारियों को भरोसा मिला, बल्कि यह भी स्पष्ट हुआ कि सरकार दिव्यांग नागरिकों की बेहतरी के लिए हरसंभव कदम उठाने के लिए तैयार है।
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