India News (इंडिया न्यूज),RRTS Namobharat Rail: दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब गाजियाबाद में ऐसा को-वर्किंग स्पेस विकसित किया जा रहा है, जहां दिल्ली से बिना मेट्रो या कार की जरूरत के सिर्फ 10 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।

‘मेट्रोडेस्क’ नाम से अत्याधुनिक को-वर्किंग स्पेस शुरू

एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) गाजियाबाद के नमो भारत स्टेशन पर ‘मेट्रोडेस्क’ नाम से अत्याधुनिक को-वर्किंग स्पेस शुरू करने की योजना बना रही है। यह पहल शहरी ट्रांजिट स्पेस को व्यवसायिक हब में बदलने का एक नया मॉडल पेश करेगी, जो नमो भारत नेटवर्क के अंतर्गत अपनी तरह का पहला को-वर्किंग स्पेस होगा। गाजियाबाद और आसपास के पेशेवरों, उद्यमियों और छोटे व्यवसायों को ध्यान में रखते हुए इस को-वर्किंग स्पेस को डिजाइन किया जा रहा है। स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर विकसित हो रहे इस कार्यक्षेत्र में 42 ओपन वर्कस्टेशन, 11 निजी केबिन और 2 आधुनिक मीटिंग रूम होंगे। इस स्थान पर लगभग 42 व्यक्ति और 11 कंपनियां एक साथ काम कर सकेंगी। साथ ही, हाई-स्पीड इंटरनेट, प्लग-एंड-प्ले वर्कस्टेशन, वायरलेस स्क्रीन शेयरिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेटअप जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी, जो कार्यक्षमता को बढ़ाएंगी।

यात्रा समय को कम करेगी ये सुविधा

नमो भारत स्टेशन के भीतर स्थित यह को-वर्किंग स्पेस पेशेवरों के यात्रा समय को कम करेगा और ऑफिस पहुंचने के लिए जाम की परेशानी से छुटकारा दिलाएगा। यहां स्मार्ट एक्सेस के लिए बायोमेट्रिक एंट्री और डिजिटल की-कार्ड्स की सुविधा होगी। साथ ही, एक समर्पित प्लेटफॉर्म के माध्यम से आरक्षण, मेंबरशिप प्रबंधन और कैशलेस लेनदेन को सरल बनाया जाएगा।

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किसी भी हिस्से में तेजी से पहुंचा जा सकेगा

इस कार्यस्थल में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) आधारित स्मार्ट सेवाएं भी दी जाएंगी। इसमें स्मार्ट लाइटिंग, जलवायु नियंत्रण और मीटिंग रूम की स्वचालित बुकिंग की सुविधा होगी। इसके अलावा, हॉट डेस्क, वेंडिंग मशीन और फीडबैक संग्रह के लिए क्यूआर-आधारित स्कैन-एंड-यूज़ विकल्प भी मौजूद होंगे गाजियाबाद-मेरठ मार्ग पर स्थित यह नमो भारत स्टेशन, मेरठ तिराहा मोड़ और दिल्ली मेट्रो के शहीद स्थल नया बस अड्डा स्टेशन के पास होने के कारण यात्रियों के लिए सुविधाजनक रहेगा। यहां से दिल्ली के किसी भी हिस्से में तेजी से पहुंचा जा सकेगा। यह को-वर्किंग स्पेस न केवल पेशेवरों के लिए यात्रा का समय घटाएगा, बल्कि कार्यस्थल की सुविधा और उत्पादकता को भी बढ़ाएगा। एनसीआरटीसी का यह कदम शहरी परिवहन और कार्य संस्कृति में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अहम साबित होगा।

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