India News (इंडिया न्यूज),TERI Yamuna Cleaning: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई लंबे समय से एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है, जिसे लेकर अब ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान (TERI) ने एक ठोस कार्ययोजना तैयार की है। इस एक्शन प्लान को दिल्ली सरकार के साथ साझा किया गया है, हालांकि अब तक इस पर सरकार की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। राजधानी की राजनीति में भी यमुना सफाई का मुद्दा प्रमुखता से उभरता रहा है, खासकर हालिया विधानसभा चुनावों में, जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसे आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के खिलाफ बड़े सवाल के रूप में उठाया। लेकिन असली चुनौती यह है कि आखिर यमुना को किस तरह स्वच्छ बनाया जाए।
तीन साल में हो सकता है कायाकल्प
TERI ने दावा किया है कि उसके 10 सूत्रीय एक्शन प्लान के तहत तीन साल के भीतर यमुना को पुनर्जीवित किया जा सकता है। NMCG-TERI की एसोसिएट डायरेक्टर नुपुर बहादुर का कहना है कि यह काम मुश्किल जरूर है, लेकिन असंभव नहीं। उनका कहना है कि अगर सही दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं तो दिल्ली में मृतप्राय हो चुकी यमुना को अगले तीन वर्षों में उसके प्राकृतिक स्वरूप में वापस लाया जा सकता है।
राजनीतिक इच्छाशक्ति और ठोस रणनीति होगी जरूरी
TERI का मानना है कि यमुना की सफाई के लिए सिर्फ योजनाएं बनाना ही पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि इसे सफल बनाने के लिए एक मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति, स्पष्ट दृष्टि, प्रभावी मिशन, ठोस रणनीति और एक संगठित संस्थागत तंत्र की जरूरत होगी। नुपुर बहादुर के मुताबिक, यदि सरकार और प्रशासन गंभीरता से इस दिशा में कार्य करें तो यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाना संभव है।
एक्शन प्लान में क्या-क्या शामिल
- अमोनिया और फॉस्फेट जैसे कीटनाशक निगरानी के आंकड़ों में जोड़े जाए।
- यमुना और हिंडन नदी के किनारों पर रेत खनन के मुद्दे पर विचार की बात।
- शहर के प्रमुख और छोटे नालों की निकासी, उनके मार्ग में परिवर्तन की सलाह।
- नालों की सफाई तथा एसटीपी और सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने की बात।
- एमजीडी से कम क्षमता वाले सूक्ष्म एसटीपी के उपयोग की भी वकालत की गई।
- 1994 की जल-साझाकरण संधि की पुनः समीक्षा।
- बेहतर तरीके से निगरानी की जाने की जरूरत
- नियमित रूप से गाद निकालने की बात शामिल।
- सीवेज उपचार संयंत्रों की दक्षता बढ़ाने की बात शामिल।
- नदी में न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।
सफाई अभियान हो चुका है शुरू
यमुना की सफाई को लेकर पहले ही कुछ कदम उठाए जा चुके हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने नदी को स्वच्छ बनाने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद कालिंदी कुंज घाट पर सफाई अभियान भी शुरू किया गया है। यमुना से गाद हटाने और खरपतवार निकालने के लिए आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं।
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