India News (इंडिया न्यूज), Chetra Purnima Upay 2025: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इसे अत्यंत शुभ दिन माना जाता है और धार्मिक कार्यों के लिए यह दिन अत्यधिक उपयुक्त होता है। चैत्र पूर्णिमा, हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह की पूर्णिमा को आती है। यह दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है और इसे सुख, समृद्धि, और मानसिक शांति प्राप्त करने का विशेष अवसर माना जाता है।
चैत्र पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
- शुभ तिथि: पूर्णिमा तिथि को सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। यह दिन पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण होता है।
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा: इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में स्थिरता, धन-धान्य, और सुख-शांति बनी रहती है। पैसों की तंगी दूर होती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
- पितृ दोष निवारण: चैत्र पूर्णिमा के दिन पितरों के लिए तर्पण और दान करने से पितृ दोष दूर होता है। इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में बाधाएं समाप्त होती हैं।
- कर्ज से मुक्ति: इस दिन पूजा-अर्चना करने से कर्ज का चक्र समाप्त होता है और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है।
- तामसिक भोजन से परहेज: इस दिन तामसिक भोजन नहीं पकाना चाहिए। सात्त्विक भोजन करने और संयमित जीवनशैली अपनाने से मन और शरीर शुद्ध होते हैं।
चैत्र पूर्णिमा की पूजा विधि
- घर की साफ-सफाई: पूजा करने से पहले घर की साफ-सफाई करें और पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
- दीप प्रज्वलन: सूर्यास्त के समय घर में दीप जलाएं और ईश्वर का स्मरण करें। दीपक के प्रकाश से घर में शुभ ऊर्जा का संचार होता है।
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा: भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र के समक्ष तिलक करें और पुष्प, फल, मिष्ठान्न, और अक्षत अर्पित करें। माता लक्ष्मी के चरणों में कमल का फूल चढ़ाएं और “ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
- तर्पण और दान: पितरों को जल अर्पित करें और गरीबों को अन्न, वस्त्र, या धन का दान करें। यह पितरों की संतुष्टि और उनके आशीर्वाद के लिए आवश्यक है।
- संकल्प और व्रत: इस दिन व्रत रखने और इष्ट देवों का ध्यान करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
चैत्र पूर्णिमा के लाभ
- सुख-समृद्धि की प्राप्ति: इस दिन की पूजा से जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
- मानसिक शांति: आध्यात्मिक साधना और भगवान का स्मरण करने से मन को शांति और स्थिरता मिलती है।
- पारिवारिक सुख: पूजा और व्रत करने से परिवार में सद्भाव और शांति बनी रहती है।
सावधानियां
- तामसिक भोजन से परहेज करें और सात्त्विक भोजन का सेवन करें।
- पूजा के दौरान संपूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान का स्मरण करें।
- घर को स्वच्छ और पवित्र बनाए रखें।
चैत्र पूर्णिमा एक ऐसा अवसर है जो आध्यात्मिक शुद्धि, पारिवारिक सुख-शांति, और आर्थिक समृद्धि का संदेश देता है। इस दिन किए गए धार्मिक कार्यों का प्रभाव दीर्घकालिक होता है और यह जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।
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