India News (इंडिया न्यूज)ISKCON:इस्कॉन द्वारा गाजियाबाद में आराधना उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न शहरों से आई हजारों युवतियां ने भाग लिया। इस उत्सव का शुभारंभ श्रीमान सुंदर गोपाल प्रभु जी जोनल सेक्रेटरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिसमें अनेक गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

उत्सव का मुख्य उद्देश्य

इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य युवतियों को वैदिक परंपरा की ओर आकर्षित करना और जो युक्तियां वैदिक परंपरा का निर्वाह कर रही है।निर्वाह करते हुए समाज में गृहस्थी में आगे बढ़ रही है इस उत्सव में विभिन्न प्रकार की कार्यक्रम हुए इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर हजारों युवतियां ने शपथ ली कि अवैध संबंध ,मांस मदिरा का आदि का सेवन नहीं करेंगे अंत में madhavas rock Band द्वारा संकीर्तन किया इस संकीर्तन पर हजारों युक्तियां नृत्य किया और उत्सव का आनंद लिया।

ISKCON

इस्कॉन मंदिर क्या है?

iskconghaziabad.com के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ या इस्कॉन मंदिर 500 से अधिक मंदिरों, मण्डलियों, कृषि समुदायों और हजारों-लाखों आनंदित भक्तों का एक समुदाय है, जो हरे कृष्ण महामंत्र के सामूहिक जाप द्वारा काली के प्रभावों को दूर भगाते हैं।

इस्कॉन मंदिर की शुरुआत 1966 में न्यूयॉर्क शहर में संस्थापक आचार्य परम पूज्य अभय चरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद द्वारा की गई थी। हालाँकि संस्थान की शुरुआत 57 साल पहले हुई थी, लेकिन इसकी शिक्षाएँ प्राचीन गौड़ीय-वैष्णव संप्रदाय पर आधारित हैं, जो सनातन संस्कृति के भीतर एक एकेश्वरवादी परंपरा है।

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