India News (इंडिया न्यूज), After Death Where Does Soul Go: धर्मशास्त्रों में आत्मा का रहस्य वर्णित है, धर्मशास्त्रों की बातों को पूर्ण रूप से सत्य मानकर अनुसरण जो लोग करते हैं, उन्हें आत्मा, पुनर्जन्म के विधान पर कोई संशय नहीं होता है। ऋषि-महर्षियों ने अपने योग आदि बल से समूचे ब्रह्माण्ड का निरीक्षण कर धर्मशास्त्रों की रचना मानव कल्याण एवं मार्गदर्शन के लिए की है। मौत के बाद आत्मा के साथ क्या क्या होता है, उनके साथ क्या होता है। विज्ञान अबतक इसके बार में खोज नहीं कर पाया है। ऐसा माना जाता है कि, एक बार शरीर को त्यागने के बाद वापस पुनः उस शरीर में प्रदार्पित होना असंभव है। इसलिए आत्मा के संबंध में एकमात्र प्रमाण धर्मशास्त्र हैं।

आत्मा के शरीर से निकलने के बाद मनुष्य हो जाता है मृत

मनुष्य का जब जन्म होता है तो आत्मा उनके साथ होती है। लेकिन जब इंसान की मौत होती है तो उसके शरीर से आत्मा निकल जाती है। मनुष्य का शरीर नश्वर है, जो इस दुनिया में आता है। उसकी मौत निश्चित है। दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है, जो कभी नहीं मरेगा। अगर हम जन्म मृत्यु की बात करें तो वो एक दूसरे के पूरक होते हैं। संसार का हर एक चीज अपना अंत जरूर देखेगा। ऐसा माना जाता है कि जो आत्मा को समझ लेता है, वह मृत्यु के रहस्य को जान जाता है। जन्म, मृत्यु और पुनर्जन्म पुराने हो चुके कपड़े को उतारकर नए पहनने जैसा है। इंसान जब तक जीवित रहता है, उसे असफलता, करियर, बीवी, बच्चे, माता-पिता, समाज, धर्म आदि की चिंता रहती है। लेकिन जैसे ही उसकी मृत्यु होती है वो सभी चिंताओं से मुक्त हो जाता है।

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मरने के बाद आत्मा का क्या होता है?

धर्म ग्रंथों के अनुसार जन्म, मृत्यु एवं आत्मा से संबंधित तत्वों का बोध होता है। गीता के उपदेशों में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि आत्मा अमर है उसका अंत नहीं होता, वह सिर्फ शरीर रूपी वस्त्र बदलती है। गरूड़ पुराण जो मरने के पश्चात आत्मा के साथ होने वाले व्यवहार की व्याख्या करता है उसके अनुसार जब आत्मा शरीर छोड़ती है तो उसे यमदूत लेने आते हैं। मानव अपने जीवन में जो काम करता है, यमदूत उसे उसके अनुसार अपने साथ ले जाते हैं। शास्त्रों में वर्णित तथ्यों के कथन अनुसार अगर मरने वाला इंसानों ने अपने जीवन में अच्छे काम किए हैं, लोगों को कभी परेशान नहीं किया है, तो ऐसे इंसान का प्राण निकलने में कोई तकलीफ नहीं होती है, लेकिन उसने अपनी जिंदगी में कोई अच्छा कार्य नहीं किया है तो उसकी आत्मा निकलने के दौरान उसे काफी तकलीफ होती है।

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