India News (इंडिया न्यूज), Arjun In Mahabharat: महाभारत की कई किस्से-कहानियां हम बचपन से सुनते हुए आ रहे हैं कुछ तो ऐसी भी हैं जो आज भी हमारी दृष्टि से दूर हैं तो वही महाभारत की कथा में एक ऐसी भी दिलचस्प और रोमांचक प्रसंग है और वो हैं अजुन का विवाह ज्यादातर लोगो को लगता हैं अर्जुन की सिर्फ एक ही पत्नी थी जिसका नाम हैं द्रौपदी लेकिन बहुत ही काम लोग इस बात से वाखिफ हैं कि द्रौपदी के अलावा भी अर्जुन की 3 पत्नियां और थी, जिनका जिक्र कम ही देखने को मिलता है। आइए जानते है द्रौपदी के अलावा अर्जुन की 3 पत्नियों के नाम और उनसे जन्मे बच्चो के बारे में थोड़ा और संक्षेप से….
द्रोपदी नहीं बल्कि सुभद्रा से था अर्जुन को अत्यंत प्रेम
इनमे सबसे पहला नंबर आता हैं श्रीकृष्ण की बहन सुभद्रा का जी हाँ! अर्जुन की दूसरी और सबसे प्रिय पत्नी सुभद्रा जिनसे अर्जुन को अत्यंत प्यार था साथ ही अर्जुन और सुभद्रा से हुए पुत्र का नाम अभिमन्यु था जो काफी महान योद्धा और बुद्धिमान व्यक्ति के रूप में महाभारत में उभरा था।
अब तीसरा नंबर आता हैं जंगल की एक नाम कन्या का जिसके बारे में तो बेहद ही कम लोगो ने आजतक सुना हैं जो अर्जुन को जंगल में भटकते हुए मिली थी और पहली ही नज़र में अर्जुन को दिल दे बैठी थी, साथ ही अजुन के लिए उलूपी इस कदर पागल हो गई थी कि अपने भाई के विरुद्ध जाकर उससे युद्ध तक करने को तैयार हो अर्जुन को बचाया था और उससे विवाह का प्रस्ताव रखा था।
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एक नागकन्या से हुआ था अर्जुन का विवाह
अर्जुन उलूपी के प्रेम विवाह के लिए राजी हो गए और इस विवाह से उन्हें एक पुत्र इरावन की प्राप्ति भी हुई, जिसने महाभारत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यात्रा के दौरान अर्जुन मणिपुर की राजकुमारी चित्रकंदा को देखकर ही मोहित हो गये। चित्रकंद के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। बभ्रुवाहन इसी लग्न का पुत्र था। अर्जुन को स्वर्ग की रानी उर्वशी का प्रेम स्वीकार नहीं था। अर्जुन को भी श्राप मिला था कि उन्होंने उर्वशी के प्रेम विवाह को अस्वीकार कर दिया था। महाभारत ग्रंथ में अर्जुन की चार पत्नियों द्रौपदी, सुभद्रा, उलूपी और चित्रकंदा का जिक्र मिलता है।
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