India News (इंडिया न्यूज़), Ashad Month 2024: हिंदू धर्मग्रंथों में हर दिन और हर महीने का अपना अलग महत्व होता है। आपको बता दें कि हर महीना किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होता है। उस महीने में की गई उनकी पूजा भक्तों को विशेष फल प्रदान करती है। 22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के बाद 23 जून से नया आषाढ़ महीना शुरू हो रहा है और आषाढ़ महीना 21 जुलाई तक रहेगा।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आषाढ़ महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस महीने में ही भगवान विष्णु 4 महीने के लिए निद्रा योग में चले जाते हैं। आषाढ़ महीने में ही देव शयनी एकादशी आती है। शास्त्रों के अनुसार देव शयनी एकादशी के बाद शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित हो जाते हैं। इस महीने में श्री हरि की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है। जानिए कब से शुरू होगा आषाढ़ महीना और इस महीने में क्या करें और क्या न करें। Ashad Month 2024

कब से शुरू होगा आषाढ़

हिंदू कैलेंडर के अनुसार 22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के अगले दिन 23 जून से आषाढ़ महीना शुरू हो रहा है। हिंदी पंचांग के अनुसार यह साल का चौथा महीना है। इसका समापन 21 जुलाई को होगा। इस पूरे महीने में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं इस महीने में श्री हरि की पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।

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आषाढ़ माह में क्या न करें Ashad Month 2024

– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आषाढ़ माह में विवाह जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।

– इतना ही नहीं इस महीने में बासी खाना खाने की भी मनाही होती है।

– ज्योतिष शास्त्र में आषाढ़ माह में जल का अपमान करना भी अशुभ माना जाता है। ऐसे में जल की बर्बादी न करें। हो सके तो इस महीने में अधिक से अधिक जल का दान करें।

– शास्त्रों के अनुसार इस महीने में शराब, मांस-मदिरा आदि तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।

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इन बातों का रखें ध्यान

– शास्त्रों में आषाढ़ माह को विशेष महत्व दिया गया है। इस महीने में तर्पण, स्नान और दान आदि करना शुभ माना जाता है। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और वे भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाते हैं।

– इस महीने में पूजा-पाठ और हवन आदि करना भी शुभ माना जाता है।

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