India News (इंडिया न्यूज), Bada Mangal 2025 Date: आज ज्येष्ठ मास का दूसरा मंगलवार है, जिसे बड़ा मंगल के रूप में मनाया जा रहा है। उत्तर भारत, विशेष रूप से लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में यह दिन अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह केवल एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और भक्ति का प्रतीक भी है। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा करने से जीवन के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं।
बड़े मंगल का पौराणिक महत्व
बड़े मंगल का पौराणिक महत्व भी गहराई से जुड़ा हुआ है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाभारत काल में जब भीम को अपनी शक्ति पर अहंकार हो गया था, तब हनुमान जी एक वृद्ध वानर का रूप धरकर प्रकट हुए और उनका घमंड चूर किया। तभी से ज्येष्ठ मास के मंगलवार को ‘बुढ़वा मंगल’ और ‘बड़ा मंगल’ के रूप में मनाया जाने लगा।
कैसे होंगे भगवान हनुमान प्रसन्न?
इस अवसर पर भक्त विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसके जीवन से सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। भक्तजन हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करते हैं, लाल चोला पहनाते हैं और बूंदी का भोग लगाते हैं। हनुमान मंदिरों में नारियल अर्पण करने और लाल ध्वज चढ़ाने की भी परंपरा है, जिसे मनोकामनाएं पूर्ण होने वाला उपाय माना जाता है।
क्या मिलेगा लाभ?
इस दिन “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जाप करना विशेष फलदायी बताया गया है। साथ ही, कई स्थानों पर भंडारे और प्रसाद वितरण के आयोजन किए जाते हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार, इस दिन जरूरतमंदों को भोजन कराना अत्यंत पुण्यदायी होता है। भक्तों का विश्वास है कि इन उपायों से न केवल मानसिक शांति और आत्मबल की प्राप्ति होती है, बल्कि पारिवारिक सुख-शांति, आर्थिक उन्नति और शत्रुओं पर विजय भी सुनिश्चित होती है। आध्यात्मिक उन्नति की चाह रखने वालों के लिए यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।