India News (इंडिया न्यूज), Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ मास के मंगलवार को मनाया जाने वाला बड़ा मंगल व्रत उत्तर भारत में विशेष रूप से श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। यह दिन रामभक्त हनुमानजी को समर्पित होता है और मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं तथा कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है। साल 2025 में ज्येष्ठ माह में पांच बड़ा मंगल पड़ रहे हैं, जो भक्तों के लिए अत्यंत पुण्यकारी माने जा रहे हैं।

क्या है बड़े मंगल का महत्व?

बड़ा मंगल का उल्लेख महाभारत और रामायण काल तक मिलता है। उत्तर भारत के लखनऊ, अयोध्या, कानपुर जैसे शहरों में यह पर्व विशेष रूप से भव्य रूप में मनाया जाता है, लेकिन अब इसकी आस्था पूरे देश में फैल चुकी है। इस दिन भक्त हनुमानजी के मंदिरों में दर्शन, भंडारा और पूजा-अर्चना करते हैं।

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पारण के नियम बेहद जरूरी

जो भी भक्त बड़ा मंगल का व्रत रखते हैं, उन्हें पारण के समय कुछ नियमों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। स्नान के बाद हनुमान मंदिर जाकर पूजा करना आवश्यक होता है। हनुमानजी को चोला और सिंदूर चढ़ाकर, पूरे श्रद्धा भाव से आरती करें और व्रत में हुई भूल-चूक के लिए क्षमा याचना करें। 5 दीपक चमेली के तेल से जलाएं और हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ जरूर करें। इसके साथ ही तुलसी की माला से 108 बार ‘ॐ हनुमंते नमः’ मंत्र का जाप करें।

सावधानियां जो ज़रूरी

व्रत के दिन केवल फलाहार लें या एक समय बिना नमक का भोजन करें। तामसिक भोजन और मांस-मदिरा से इस दिन पूरी तरह परहेज करें, अन्यथा व्रत का पूर्ण फल नहीं प्राप्त होता। साथ ही यदि संभव हो, तो किसी जरूरतमंद को अन्न, वस्त्र या धन का दान जरूर करें। बड़ा मंगल व्रत से न केवल इस जीवन में, बल्कि भविष्य के जीवन में भी शुभ फल की प्राप्ति होती है। हनुमानजी की कृपा से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव समाप्त हो जाता है।

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