India News (इंडिया न्यूज), Bada Mangal 2025 Upay: ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले बड़े मंगल, जिन्हें बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं। यह पर्व इस वर्ष 13 मई से 10 जून तक मनाया जाएगा। यह दिन हनुमानजी की पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति इस समय हनुमानजी की उपासना करता है, उसे अपार पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, जो लोग मंगल दोष से पीड़ित हैं, वे इस दौरान विशेष उपाय करके अपने जीवन की समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। आइए, जानते हैं बड़े मंगल पर हनुमानजी को प्रसन्न करने के सरल और प्रभावी उपाय।
1. ब्रह्म मुहूर्त में पूजा का संकल्प
हर बड़े मंगल को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि के बाद लाल या केसरी वस्त्र धारण करें। हनुमानजी के मंदिर जाएं और उनका सिंदूर से श्रृंगार करें। इसके बाद:
- चोला चढ़ाएं: हनुमानजी को चोला अर्पित करें और चमेली का तेल लगाएं। यह प्रक्रिया लगातार पांच मंगल करें।
- भोग लगाएं: हनुमानजी को लाल पुष्प, लाल वस्त्र और गुड़-चना का भोग अर्पित करें।
2. सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ
- हर मंगलवार सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- विशेष संकल्प: हनुमान चालीसा का पाठ कम से कम 5, 7, 11, 21 या 108 बार करें। यह आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाएगा और मनोकामनाओं की पूर्ति करेगा।
3. दान के माध्यम से पुण्य प्राप्ति
हर बड़े मंगल को निम्न वस्तुओं का दान करें:
- लाल मसूर की दाल
- लाल वस्त्र
- सिंदूर और गुड़
- बंदरों को केले, गुड़, चना, और नारियल खिलाएं।
4. शत्रुओं से रक्षा के उपाय
यदि आप शत्रु बाधा या अन्य परेशानियों से ग्रस्त हैं, तो:
- हनुमानजी को लाल रंग का झंडा अर्पित करें।
- बड़े मंगल की रात संकट मोचन स्तोत्र का पाठ करें। इससे शत्रुओं का भय, भूत-प्रेत दोष और ग्रह बाधा दूर होती है।
5. नारियल का अर्पण
हनुमानजी को स्वर्ण या तांबे का नारियल अर्पित करें। यह उपाय व्यापार, नौकरी और कोर्ट-कचहरी में सफलता दिलाने में मदद करता है। इसे किसी भी एक बड़े मंगल पर कर सकते हैं।
6. हनुमानजी के 11 नामों का जप
हनुमानजी के निम्न 11 नामों का जप करें:
- हनुमान
- अंजनीसुत
- वायुपुत्र
- महाबल
- रामदूत
- केसरी नंदन
- कपिश्रेष्ठ
- भीमपराक्रम
- अमितविक्रम
- दशग्रीवदर्पहा
- सीताशोकविनाशक
बड़ा मंगल: लाभ और महत्व
हनुमानजी को अमरता का वरदान प्राप्त है, इसलिए उन्हें कलियुग का देवता माना जाता है। जो व्यक्ति उनकी सच्चे मन से उपासना करता है, उसे धन-संपत्ति, सफलता और शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है। ज्येष्ठ मास में किए गए ये उपाय आपके जीवन को सुख-समृद्धि और शांति से भर देंगे।