India News (इंडिया न्यूज),Bajrang Baan Path: जीवन में कई बार ऐसी परेशानियां आती हैं जिनका कोई समाधान नजर नहीं आता। कुंडली में ग्रह दोष, राहु और मंगल का बुरा असर, विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में परेशानियां या करियर में बाधाएं- ये सभी जीवन में ठहराव का कारण बनते हैं। इसके अलावा घर के वास्तु दोष भी जीवन में बाधाएं उत्पन्न करते हैं। अगर किसी व्यक्ति को धन से जुड़ी परेशानियां आ रही हैं, वह दुश्मनों से घिरा हुआ महसूस करता है या किसी अज्ञात नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से ग्रसित है तो उसे भगवान हनुमान की शरण में जाना चाहिए। हनुमान जी का एक खास मंत्र बजरंग बाण ऐसा उपाय है जो जीवन की हर बाधा को दूर कर सकता है।
मंत्रों के प्रकार और उनकी शक्ति
वैदिक मंत्र: ये वेदों से लिए गए हैं और इनकी सिद्धि के लिए वर्षों की तपस्या की आवश्यकता होती है।
तांत्रिक मंत्र: इनका प्रभाव तुरंत होता है, लेकिन गलत तरीके से इस्तेमाल किए जाने पर ये नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
शाबर मंत्र: ये सरल भाषा में होते हैं और तुरंत प्रभाव देते हैं, लेकिन इन्हें करने का तरीका सही होना चाहिए।
बजरंग बाण: बजरंग बाण हनुमान जी से जुड़ा एक शक्तिशाली शाबर मंत्र है, जिसे तभी किया जाता है जब जीवन की समस्याओं के सभी समाधान विफल हो गए हों।
इसे करने की सही विधि इस प्रकार है
- प्रारंभिक दिन: मंगलवार या शनिवार से शुरू करें।
- जप की संख्या: प्रतिदिन 7 बार बजरंग बाण का पाठ करें।
- अवधि: 40 दिनों तक बिना रुके इसका पाठ करें।
- संकल्प: पाठ शुरू करने से पहले हाथ में जल लेकर अपना नाम, पिता का नाम और समस्या बताएं।
समस्या के अनुसार हनुमान जी का सही स्वरूप रखें:
- रोगों से मुक्ति: संजीवनी हनुमान की तस्वीर रखें।
- शत्रु बाधाओं से मुक्ति: युद्ध करते हुए हनुमान की तस्वीर रखें।
- वास्तु दोष निवारण: पंचमुखी हनुमान की तस्वीर रखें।
- विवाह बाधा: सीता राम को दिखाते हुए हनुमान की तस्वीर रखें।
किस समस्या के लिए बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए?
- शत्रुओं से मुक्ति पाने के लिए।
- आर्थिक संकट दूर करने के लिए।
- विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए।
- करियर में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए।
- घर में वास्तु दोषों के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए।
बजरंग बाण का पाठ करते समय सावधानियां
- अकारण इस मंत्र का जाप न करें: यह बहुत प्रभावशाली मंत्र है, इसलिए छोटी-मोटी समस्याओं के लिए इसका प्रयोग न करें।
- एक बार में केवल एक समस्या के लिए करें: कई समस्याओं को एक साथ लेकर न करें, इससे ऊर्जा नष्ट हो जाएगी।
- संकल्प के अनुसार करें: जिस भी समस्या के लिए आप पाठ कर रहे हैं, उसमें दृढ़ निश्चयी रहना जरूरी है।
- 40 दिन तक पूरी श्रद्धा से करें: अगर बीच में ब्रेक आ जाए तो फिर से शुरू करना होगा।
- बहुत गंभीर समस्या होने पर ही करें: अगर समस्या हल्की है तो हनुमान चालीसा का पाठ ही काफी होगा।
यह बहुत प्रभावशाली मंत्र है, इसलिए बिना किसी गंभीर समस्या के इसे न करें। इसे तभी करें जब कोई दूसरा उपाय काम न कर रहा हो। इसे पूरी श्रद्धा और नियमों का पालन करते हुए करना बहुत जरूरी है।