India News (इंडिया न्यूज), Chandra Rahu Yuti: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु और केतु दोनों ही पाप ग्रह माने जाते हैं। ये ग्रह व्यक्ति की कुंडली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और जीवन में आकस्मिक घटनाओं का संकेत देते हैं। इनकी चाल और गोचर का प्रभाव राशियों पर गहरा असर डालता है। इस वर्ष मई माह में राहु और केतु अपनी चाल बदलने वाले हैं। यह बदलाव कई राशियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहेगा। आइए, इस गोचर और इसके प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।
राहु और केतु का गोचर
केतु ग्रह 18 मई, रविवार को शाम 4:30 बजे सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं, राहु ग्रह उसी दिन और समय पर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इस गोचर के साथ चंद्र के कुंभ राशि में आने से 20 मई, मंगलवार को सुबह 7:35 बजे ग्रहण योग का निर्माण होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण योग किसी भी राशि के लिए शुभ नहीं माना जाता है।
ग्रहण योग के कारण कुछ विशेष राशियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। इनमें तुला, वृश्चिक, और मीन राशि शामिल हैं।
तुला राशि पर प्रभाव
संभावित समस्याएं:
- चंद्र-राहु की युति से तुला राशि के जातकों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- रिश्तों में तनाव और दरार आने की संभावना है।
- सेहत को लेकर विशेष सतर्कता बरतें।
- लंबी यात्रा से बचें।
सावधानियां:
- वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी भी विवाद से बचने की कोशिश करें।
- बिना सोचे-समझे कोई निर्णय न लें।
- घर के सदस्यों का ध्यान रखें। किसी की तबीयत बिगड़ सकती है।
- फास्ट फूड और अस्वास्थ्यकर खानपान से बचें।
नौकरीपेशा:
- नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण रहेगा। सहकर्मियों के साथ तालमेल बनाए रखें।
वृश्चिक राशि पर प्रभाव
संभावित समस्याएं:
- वृश्चिक राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र और घर दोनों जगह सतर्क रहने की आवश्यकता है।
- किसी भी कार्य को करने में जल्दबाजी से बचें। इससे नुकसान हो सकता है।
- परिवार के सदस्यों के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं।
सावधानियां:
- गुस्से और आवेश पर नियंत्रण रखें।
- विवादों से दूरी बनाए रखें।
- नौकरी करने वाले जातक सहयोगियों से सतर्क रहें।
मीन राशि पर प्रभाव
संभावित समस्याएं:
- मीन राशि के जातकों को आर्थिक मामलों में विशेष सतर्कता बरतनी होगी।
- अनावश्यक खर्च और आर्थिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
- मानसिक तनाव और विवादों में उलझने की संभावना है।
सावधानियां:
- अनावश्यक खर्चों से बचें और अपने बजट पर ध्यान दें।
- लोगों से दूरी बनाए रखें और अनावश्यक चर्चा में न उलझें।
- रिश्तों में संतुलन बनाए रखें।
राहु और केतु का गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है। यह समय सावधानी और धैर्य से बिताने का है। इन ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए नियमित रूप से मंत्र जाप करें और धार्मिक अनुष्ठान करें। “ओम रां राहवे नमः” और “ओम कें केतवे नमः” का जाप विशेष लाभकारी होगा। इसके साथ ही, जरूरतमंदों को दान करना और संयमित जीवनशैली अपनाना लाभदायक रहेगा।
इन उपायों को अपनाकर आप इन ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रख सकते हैं।