India News (इंडिया न्यूज़), Did Tirupati Balaji Take A Loan: क्या आप जानते हैं इस कलयुगी दुनिया में एक भगवान ऐसे भी हैं जो सिर से लेकर पैर तक कर्ज में डूबे हुए हैं। इन भगवान को कलयुग के अंत तक कर्जे से मुक्ति दिलाने के लिए भक्त सोना, चांदी और पैसा भरपूर मात्रा में इन्हें चढ़ाते हैं। आपने एकदम सही सुना एक भगवान ऐसे भी हैं जिनपर इतना कर्जा है जो कलयुग के अंत तक ही खत्म होगा।
भगवान पर है कर्ज
हम बात कर रहे हैं तिरुपति बालाजी की, जिन्हें भगवान वेंकटेश्वर के नाम से भी जाना जाता है, तिरुपति बालाजी एक ऐसे देवता हैं जिनके कर्ज को चुकाने के लिए भक्त प्रतिवर्ष लाखों रूपये दान करते हैं। ये कर्ज भगवान विष्णु द्वारा कुबेर से लिया गया था, जो पौराणिक कथाओं पर आधारित है। यह कर्ज इतना बड़ा है कि मान्यता है कि कलियुग के अंत तक भगवान बालाजी इस कर्ज और ब्याज से मुक्त हो सकेंगे।
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क्या है कर्ज की ये कहानी?
कहानी के अनुसार, महर्षि भृगु ने भगवान विष्णु को लात मारी थी, जिसके बाद माता लक्ष्मी नाराज होकर पृथ्वी पर चली गईं। भगवान विष्णु ने जब अपनी पत्नी को खोजा, तो वह पद्मावती के रूप में पृथ्वी पर प्रकट हुईं। इस विवाह के लिए भगवान विष्णु को कुबेर से कर्ज लेना पड़ा। वचन के अनुसार, भगवान ने यह वादा किया था कि कलियुग के अंत तक इस कर्ज का भुगतान होगा, और इसीलिए आज तक तिरुपति बालाजी पर यह कर्ज बना हुआ है। इस पौराणिक कथा के आधार पर, तिरुपति बालाजी के भक्त बड़ी संख्या में सोना, चांदी और पैसे का दान करते हैं। उनका मानना है कि इस दान से न केवल भगवान का कर्ज चुकाया जाएगा, बल्कि इससे उनकी अपनी मनोकामनाएं भी पूरी होंगी।
TTD ट्रस्ट करता है मंदिर का संचालन
तिरुमाला देवस्थानम (TTD) ट्रस्ट इस प्रसिद्ध मंदिर का संचालन करता है। यह ट्रस्ट आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा देखरेख किया जाता है और इसके माध्यम से मंदिर की संपत्ति, वित्त और अन्य कार्यों का प्रबंधन होता है। प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं और अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। तिरुपति बालाजी का मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि एक आर्थिक और सांस्कृतिक धरोहर भी है।
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