India News (इंडिया न्यूज), Divine Signs: इस ब्रह्मांड के कण-कण में ईश्वर का वास है, यह तथ्य सभी जानते हैं। ईश्वर हर स्थान पर मौजूद हैं, यहां तक कि हमारे भीतर भी। यद्यपि भगवान प्रत्यक्ष रूप से दिखाई नहीं देते, उनकी उपस्थिति का अनुभव हमें उनके अस्तित्व का एहसास कराता है।

शास्त्रों और विशेषकर भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, कुछ व्यक्तियों में जन्म से ही ऐसे विलक्षण लक्षण होते हैं जो उन्हें साधारण मानव से अलग और विशिष्ट बनाते हैं। ये लक्षण न केवल उन्हें श्रेष्ठ बनाते हैं बल्कि उनके जीवन को यश और कीर्ति से भर देते हैं। आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे में जो किसी व्यक्ति को विलक्षण बनाते हैं।

निडरता और धैर्य

भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो मनुष्य किसी भी कार्य को करते समय न तो डरता है और न ही परिस्थितियों और मौसम की परवाह करता है, वह विलक्षण है।

  • ऐसा व्यक्ति बिना विचलित हुए अपने लक्ष्य की ओर निरंतर बढ़ता है।
  • चाहे कितना भी बड़ा संकट क्यों न हो, वह अपने कार्य को बीच में नहीं छोड़ता।
  • इस व्यक्ति को खुद पर और ईश्वर पर पूर्ण विश्वास होता है।

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सत्यनिष्ठा और निष्पाप आचरण

ऐसा व्यक्ति जीवन में कभी किसी की बुराई नहीं करता।

  • निंदा, चुगली, कपट, और छल से वह दूर रहता है।
  • उसकी सत्यनिष्ठा और निष्पाप आचरण उसे ईश्वर की कृपा का पात्र बनाते हैं।

भक्ति और ईश्वर पर विश्वास

विलक्षण व्यक्तियों का समय ईश्वर की भक्ति और आराधना में व्यतीत होता है।

  • उनके चारों ओर एक पवित्र दिव्य ऊर्जा का घेरा बना रहता है।
  • ईश्वर की अनुभूति उन्हें निरंतर प्रेरित करती है।

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समाज सेवा और परोपकार

ऐसे व्यक्ति समाज के प्रति अपने दायित्वों को समझते हुए पुण्य कार्यों में लगे रहते हैं।

  • वे गरीब, लाचार, विकलांग और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
  • वे किसी पर अन्याय नहीं करते और किसी के धन को हड़पने का प्रयास नहीं करते।
  • उनका जीवन दूसरों की भलाई के लिए समर्पित रहता है।

जीव-जंतुओं से प्रेम और सहअस्तित्व

विलक्षण व्यक्ति किसी जीव से घृणा नहीं करते।

  • वे जीव-जंतुओं और प्रकृति के प्रति करुणा और प्रेम का भाव रखते हैं।
  • उनके भीतर अत्याचार और पाप कर्मों से दूरी का विशेष भाव होता है।

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भविष्य का पूर्वाभास

ऐसे व्यक्तियों को भविष्य में होने वाली घटनाओं का पूर्वाभास होता है।

  • अच्छा या बुरा जो भी घटने वाला होता है, उसकी सूचना उन्हें पहले से ही मिल जाती है।
  • यह अद्भुत क्षमता उन्हें जीवन में और अधिक सजग और सतर्क बनाती है।

भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, विलक्षण व्यक्ति साधारण मानव नहीं होते। उनके भीतर जन्मजात विशेषताएं होती हैं जो उन्हें जीवन में श्रेष्ठ और यशस्वी बनाती हैं। निडरता, धैर्य, सत्यनिष्ठा, भक्ति, परोपकार और पूर्वाभास की क्षमता जैसे गुण इन्हें ईश्वर की विशेष कृपा का पात्र बनाते हैं। ऐसे व्यक्तियों से न केवल समाज प्रेरणा लेता है, बल्कि वे मानवता के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।

इन गुणों को अपनाकर हर व्यक्ति अपने जीवन को श्रेष्ठ और सार्थक बना सकता है।

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