India News (इंडिया न्यूज), Hastrekha Shastra: हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति ज्ञान की चाबी की जाती है, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्रादान करती है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार विवाह रेखा की चाल और चिह्न व्यक्ति के जीवन पर गूंभी प्रभाव डालते हैं। इस विशेष में विवाह रेखा के चिह्नों को समझाने और उनके मैत्र को जानने की चेष्टा की गई है।
विवाह रेखा क्या है?
विवाह रेखा छोटी उंगली (कनी की छोटी) के नीचे के क्षैत्रिज क्षेत्र पर प्रकटी होने वाली रेखाएं होती हैं। यह रेखाएं व्यक्ति के चीवन्य जीवन, प्रेम जीवन और वैवाहिक अनुभववों के ज्ञान की चाबी करती है।
विवाह रेखा पर चिह्नों के अनुसार
- कीसी और काटने वाली रेखा
- यदि कोई और रेखा विवाह रेखा के मूल क्षेत्र पर काटती है, तो यह जानकारी करता है कि व्यक्ति के विवाहिक जीवन में चुनौतियों की आसार हो सकती है।
- दो या अधिक विवाह रेखाएं
- क्षेत्र पर दो या अधिक विवाह रेखाएं मौजूद होने की चेता करती है की व्यक्ति के दो विवाह होंगे। यह एक आशंक की चेता करती है कि व्यक्ति के जीवन में दो विवाह या प्रेम संबंधों की संभावना होगी।
- काले धब्बे के चिह्न
- क्षेत्र पर गौर की विवाह रेखा पर कुछ काले धब्बे दिखाई देती है, तो यह जानकारी करता है कि व्यक्ति को अपने जीवन के साथी के प्रेम के क्षेत्र से सुख नहीं मिल पायेगा।
- तूटी या धुंधली विवाह रेखा
- यादि विवाह रेखा तूटी, धुंधली या छोटी हो, तो यह आशंक की चेता करती है कि व्यक्ति के विवाहिक जीवन में कई गंभीर या देरी हो सकती है।
- द्वीप के चिह्न
- यदि विवाह रेखा पर द्वीप की आकृतिका मिले, तो यह संकेत करता है कि व्यक्ति के विवाह में देरी हो सकती है।