India News (इंडिया न्यूज), Double Door Significance: पुराने समय में घरों के निर्माण में दो पल्ले वाले लकड़ी के दरवाजों का प्रचलन आम था। यह न केवल वास्तुशास्त्र और सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण थे, बल्कि घर की भव्यता और मेहमानों के स्वागत में भी अहम भूमिका निभाते थे। आधुनिक समय में जहां एक पल्ले वाले दरवाजों का चलन बढ़ा है, वहीं पुराने समय के इन दरवाजों के फायदे आज भी प्रासंगिक हैं। आइए जानें, दो पल्ले वाले दरवाजों के उपयोग के पीछे के कारण।

क्यों लगते थे दो पल्लो वाले गेट:-

 

1. मेहमानों के स्वागत का प्रतीक

दो पल्ले वाले दरवाजे घर के मालिक की मेहमाननवाजी और खुले दिल का प्रतीक माने जाते थे। यह दरवाजे मेहमानों के स्वागत में एक भव्य अनुभव प्रदान करते थे। जब दोनों पल्ले खोले जाते थे, तो यह दर्शाता था कि घर के लोग मेहमानों का स्वागत करने के लिए उत्सुक और हृदय से तैयार हैं।

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2. सुरक्षा में मजबूती

दो पल्ले वाले दरवाजे एक पल्ले वाले दरवाजों की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ माने जाते थे। पुराने समय में चोरी-डकैती जैसी घटनाएं अधिक होती थीं, और इन खतरों से बचाने में ये दरवाजे बेहद कारगर साबित होते थे। दो पल्ले होने के कारण, इन्हें खोलना और तोड़ना मुश्किल होता था, जिससे घर की सुरक्षा बढ़ जाती थी।

3. तापमान नियंत्रण में सहायक

पुराने समय के घरों में गर्मी और सर्दी के प्रभाव को नियंत्रित करने में दो पल्ले वाले दरवाजे मददगार होते थे। गर्मी के दिनों में, एक पल्ला खोलकर वायु संचार को नियंत्रित किया जा सकता था, जबकि सर्दी में दोनों पल्लों को बंद कर घर को ठंडी हवाओं से बचाया जा सकता था।

4. वास्तु शास्त्र में सकारात्मकता

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दो पल्ले वाले दरवाजे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। ये दरवाजे घर में संतुलन और सामंजस्य बनाए रखने में मदद करते हैं। मान्यता है कि इनसे घर के अंदर शुभ ऊर्जा का प्रवेश होता है और अशुभ शक्तियां बाहर ही रह जाती हैं।

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5. सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

दो पल्ले वाले दरवाजे उस समय की सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा थे। ये दरवाजे घर की शान और पारिवारिक स्थिति को भी दर्शाते थे। बड़े और भव्य दरवाजे यह संकेत देते थे कि घर में रहने वाले लोग समृद्ध और प्रतिष्ठित हैं।

आज भले ही एक पल्ले वाले दरवाजे आधुनिकता के प्रतीक माने जाते हैं, लेकिन दो पल्ले वाले दरवाजों की महत्ता और लाभों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। ये दरवाजे सुरक्षा, सौंदर्य, और ऊर्जा संतुलन के साथ-साथ परंपराओं और संस्कृति का प्रतीक भी हैं।

ऐसे दरवाजे न केवल हमारे इतिहास की झलक देते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि पुराने समय के लोगों की सोच कितनी दूरदर्शी और व्यावहारिक थी।

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