India News (इंडिया न्यूज), Vinayak chaturthi: साल 2025 की पहली विनायक चतुर्थी है, जिसे पौष चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। बप्पा की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और साथ ही उनकी कृपा से हर मनोकामना पूरी होती है। पंचांग के अनुसार आज भद्रा काल है लेकिन विनायक चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:23 बजे से है। जबकि भद्रा काल दोपहर 12:25 बजे से रात 11:39 बजे तक है। भद्रा काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य या पूजा नहीं की जाती है।
पूजा मुहूर्त का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:08 बजे से 12:49 बजे तक रहेगा। रवि योग सुबह 07:14 बजे से रात 10:22 बजे तक रहेगा। गोधुली मुहूर्त शाम 05:34 बजे से शाम 06:02 बजे तक रहेगा। निशिता मुहूर्त रात 11:59 बजे से 4 जनवरी को सुबह 12:53 बजे तक रहेगा। इस दौरान आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। इसके बाद पूजा कक्ष को साफ करें। एक वेदी पर बप्पा की मूर्ति स्थापित करें। पंचामृत, गंगाजल और शुद्ध जल से बप्पा का अभिषेक करें। उन्हें पीले या लाल वस्त्र पहनाएं और उनका अच्छे से श्रृंगार करें। कुमकुम का तिलक लगाएं।
केले, मोदक और लड्डू का भोग लगाएं। इसके बाद उनके सामने घी का दीपक जलाएं। गणेश जी के विशेष मंत्र, चालीसा और स्तोत्र का पाठ करें। आरती के साथ पूजा संपन्न करें। अन्न, वस्त्र और अन्य जरूरी चीजें दान करें। अगले दिन प्रसाद के साथ व्रत खोले।