India News (इंडिया न्यूज़), Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी का त्योहार आने वाला है। यह त्योहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार गणेश चतुर्थी का त्योहार 7 सितंबर 2024 को पड़ रहा है। इस दिन लोग गणपति बप्पा की पूजा करते हैं और कई लोग अपने घरों में बप्पा की मूर्ति भी स्थापित करते हैं। इस दिन को लेकर एक मान्यता भी है। यह मान्यता चंद्रमा को लेकर है। कहा जाता है कि अगर गणेश चतुर्थी के दिन चांद के दर्शन हो जाएं तो यह बहुत अशुभ माना जाता है और ऐसा नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर आपने अनजाने में ऐसा किया है तो इसके लिए एक उपाय है।
गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखा जाता चांद ?
गणेश चतुर्थी के दिन चांद देखना अशुभ होता है। ऐसा करने से मिथ्या दोष लगता है, मिथ्या दोष से बचने के लिए इस दिन चांद को देखना वर्जित होता है। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। यह एक अनचाहा दोष है और इसकी वजह से व्यक्ति गलत और झूठे आरोपों में फंस सकता है।
Bihar Politics: जाति जनगणना पर जेडीयू ने किया RSS के बयान का समर्थन, जानें क्या कहा?
जानिए क्या है मान्यता
इस दोष के पीछे एक पौराणिक कथा भी है जो गणेश जी और उनके वाहन मूषक से जुड़ी है। दरअसल एक बार भगवान गणेश मूषक पर सवार होकर अपने घर से निकले थे। लेकिन अपने भारी वजन के कारण वे लड़खड़ा गए। उन्हें लड़खड़ाता देख चंद्रमा हंसने लगे। इससे भगवान गणेश क्रोधित हो गए। इस दौरान भगवान गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया कि यदि कोई भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी को रात्रि में चंद्रमा को देखेगा तो उसे समाज में तिरस्कार और अपमान का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा ऐसे लोगों पर गलत आरोप और झूठे आरोप लग सकते हैं और परेशानियां बढ़ सकती हैं।
भगवान कृष्ण भी हो चुके हैं पीड़ित
एक बार की बात है। भगवान कृष्ण पर एक बार स्यमंतक नामक मणि चोरी करने का आरोप लगा था। उन्होंने गणेश चतुर्थी के अवसर पर चंद्रमा को देखा था और वे भी भगवान गणेश के श्राप से मुक्त नहीं हो पाए थे। उन्हें भी झूठे आरोपों का सामना करना पड़ा था। तब नारद जी ने उन्हें यह कथा सुनाई थी।
Himachal News: ‘हिमाचल में राहुल गांधी की खटाखट योजना बेनकाब’, कांग्रेस पर बरसे जयराम ठाकुर