India News (इंडिया न्यूज), Garuda Purana: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है। गरुड़ पुराण में जीवन और मृत्यु से जुड़े कई गूढ़ रहस्यों के बारे में बताया गया है। यह पुराण न केवल मृत्यु के बाद की यात्रा को समझाता है, बल्कि यह भी बताता है कि जीवन में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि व्यक्ति पाप से बच सके और सही रास्ते पर चल सके। गरुड़ पुराण में साफ तौर पर चेतावनी दी गई है कि कुछ विशेष प्रकार के लोगों के घर भोजन करना मनुष्य के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
चोर या अपराधियों के घर
पहले नंबर पर वे लोग आते हैं जो चोर या अपराधियों होते हैं। ऐसे लोगों के घर भोजन करने से व्यक्ति भी उनके पाप का भागी बन सकता है और उसके विचारों में भी विकृति आ सकती है।
ब्याज पर धन कमाने वालों के घर
दूसरे हैं ब्याज पर धन कमाने वाले लोग, जो दूसरों की मजबूरी का लाभ उठाते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार, इस तरह से कमाया गया धन अशुभ होता है और उनके घर का अन्न भी पापपूर्ण माना गया है।
नशे का कारोबार करने वालों के घर
तीसरे लोग हैं नशे का कारोबार करने वाले। ऐसे लोगों की कमाई कई जिंदगियां बर्बाद करती है और उनके घर भोजन करना भी पाप के समान माना गया है।
लंबे समय से बीमार लोगों के घर
इसके अलावा लंबे समय से बीमार व्यक्ति के घर भोजन करने से भी परहेज करने की सलाह दी गई है, क्योंकि वहां के बैक्टीरिया आपके घर में भी बीमारी फैला सकते हैं।
चरित्रहीन स्त्री के घर
अंत में, गरुड़ पुराण में कहा गया है कि चरित्रहीन स्त्री के घर भी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की छवि पर भी प्रश्न उठ सकते हैं और उसका नैतिक पतन हो सकता है। इस प्रकार, गरुड़ पुराण हमें सतर्क करता है कि भोजन केवल पवित्र और सदाचारी लोगों के साथ ही करना चाहिए, क्योंकि अन्न सिर्फ शरीर ही नहीं, मन और आत्मा को भी प्रभावित करता है।