India News (इंडिया न्यूज), Savan & Purnima: सावन की पूर्णिमा विशेष धार्मिक महत्व रखती है और इसे मनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नियम और सावधानियां रखी जाती हैं। इस वर्ष, सावन की आखिरी पूर्णिमा 19 अगस्त 2024 को है, जो विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिन सावन का अंतिम सोमवार भी है। इस दिन भगवान शिव और श्रीहरि की विशेष पूजा की जाती है और दान-पुण्य का महत्व बढ़ जाता है। इस अवसर पर कुछ विशेष सावधानियाँ रखनी चाहिए, जिन्हें निम्नलिखित रूप में संक्षेप में प्रस्तुत किया जा सकता है:

सावन की पूर्णिमा पर ध्यान देने योग्य बातें:

सुबह जल्दी उठना और पूजा करना:

पूर्णिमा के दिन देर तक सोना नहीं चाहिए। जल्दी उठकर स्नानादि करने के बाद भगवान शिव और श्रीहरि की पूजा करनी चाहिए। इस दिन विशेष ध्यान और भक्ति से पूजा करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है।

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तामसिक भोजन से परहेज:

पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन, जैसे लहसुन, प्याज और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। यह दिन शुद्धता और पवित्रता के लिए समर्पित होता है, इसलिए सात्विक आहार का पालन करना चाहिए।

किसी का अपमान न करना:

इस पवित्र दिन किसी भी व्यक्ति का अपमान न करें और गरीबों को खाली हाथ न लौटाएं। दान और पुण्य कार्य करने से पुण्य की वृद्धि होती है और पापों से मुक्ति मिलती है।

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काले वस्त्रों से परहेज:

पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र पहनना निषेध माना जाता है। काले वस्त्र नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं, इसलिए इस दिन हल्के या सफेद वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।

लड़ाई-झगड़े से बचना:

घर में किसी भी प्रकार के विवाद या झगड़े से बचना चाहिए। पूर्णिमा के दिन शांति बनाए रखना और मन की शांति का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

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बाल और नाखून न काटना:

इस दिन बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूर्णिमा के दिन इस तरह के कर्म करना अशुभ माना जाता है।

इन सावधानियों का पालन करके आप सावन की पूर्णिमा को पवित्र और फलदायी बना सकते हैं। इस दिन भगवान शिव और श्रीहरि की उपासना करने से धार्मिक लाभ प्राप्त होगा और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।

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