India News (इंडिया न्यूज),  Guru Gochar 2025 :  14 मई 2025 की रात 11:20 बजे बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि गुरु को सबसे शुभ और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। इस गोचर का असर सभी 12 राशियों पर पड़ेगा, लेकिन चार राशियों के लिए यह समय खासतौर पर राजयोग लेकर आएगा। बृहस्पति की यह चाल सामान्य से तेज होगी और वह वर्ष 2025 में कई बार राशि परिवर्तन करेगा। 18 अक्टूबर को वह कर्क राशि में प्रवेश करेगा, फिर 5 अक्टूबर को वापस मिथुन में लौट आएगा। इस गति परिवर्तन के कारण बृहस्पति “अतिचारी” हो जाएगा और इसका यह विशेष गोचर प्रभाव 2032 तक जारी रहेगा।

राजयोग पाने वाली राशियां

मेष राशि

बृहस्पति का गोचर तीसरे भाव में होगा, जिससे संचार कौशल और सामाजिक संपर्क बेहतर होंगे। भाई-बहनों से संबंध मधुर होंगे, लेकिन आलस्य और काम टालने की आदत से बचना जरूरी है। मानसिक थकान हो सकती है।

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वृषभ राशि

गुरु का प्रभाव दूसरे भाव पर रहेगा, जिससे धन लाभ और पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी। वाणी में मिठास आएगी और कार्यक्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।

मिथुन राशि

पहले भाव में गोचर होने से आत्मविकास, करियर ग्रोथ और नए रिश्ते बनने के योग हैं। हालांकि, कुछ संबंध स्थायी नहीं होंगे। विदेश यात्रा या प्रमोशन की संभावना है।

कर्क राशि

बारहवें भाव में गुरु का प्रवेश आध्यात्म और विदेश यात्रा के द्वार खोल सकता है। खर्चों में वृद्धि होगी, और सेहत विशेष ध्यान मांगती है। नींद व पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

सिंह राशि

ग्यारहवें भाव में गोचर से आर्थिक लाभ, नए संपर्क और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काम का दबाव मानसिक तनाव ला सकता है।

कन्या राशि

दसवें भाव में गुरु का असर करियर और उपलब्धियों में उन्नति लाएगा। प्रमोशन और आमदनी में बढ़ोतरी के योग बनेंगे। अधिक काम से एकाग्रता प्रभावित हो सकती है।

तुला राशि

नौवें भाव में गोचर होने से भाग्य का साथ मिलेगा। उच्च शिक्षा और लंबी यात्राओं के अवसर बनेंगे। भौतिक सुखों की ओर आकर्षण से आर्थिक असंतुलन हो सकता है।

वृश्चिक राशि

आठवें भाव में गुरु गोचर से विरासत और निवेश से लाभ मिल सकता है। तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं परेशानी ला सकती हैं। संबंधों में पारदर्शिता जरूरी होगी।

धनु राशि

सातवें भाव का प्रभाव विवाह और साझेदारी में सफलता देगा। व्यापार और संयुक्त निवेश लाभदायक रहेंगे। आंतरिक विकास के अवसर भी प्राप्त होंगे।

मकर राशि

छठे भाव में गुरु के गोचर से कार्यक्षेत्र में सुधार और आय में स्थिरता आएगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा, लेकिन तनाव बना रह सकता है।

कुंभ राशि

पांचवें भाव का गोचर प्रेम, संतान और रचनात्मकता को प्रभावित करेगा। निवेश से लाभ मिल सकता है। नए प्रेम संबंध बनने की संभावना है।

मीन राशि

चौथे भाव में गुरु के प्रवेश से संपत्ति और मानसिक शांति में सुधार होगा। रियल एस्टेट से लाभ के योग हैं। मानसिक तनाव से बचने के लिए संयम आवश्यक है।

किन राशियों को रहना होगा सतर्क

हालांकि, राशियों के लिए यह गोचर चुनौतीपूर्ण भरा होगा। 18 मई से 7 जून के बीच राहु और मंगल का षडाष्टक योग बनेगा, जो अशुभ माना गया है। वहीं, 29 मार्च को शनि और राहु की युति मीन राशि में पिशाच योग बनाएगी, जो मानसिक तनाव और अवरोध उत्पन्न कर सकता है। बृहस्पति के इस गोचर का असर व्यक्ति की राशि, दशा और कुंडली के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, ऐसे में ज्योतिषीय परामर्श अवश्य लें।

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