India News (इंडिया न्यूज), Bheem Or Hidimba: महाभारत की कथा में एक दिलचस्प और रोमांचक प्रसंग है जो पांडवों की कठिनाइयों और उनकी साहसिकता को दर्शाता है। यह कहानी विशेष रूप से भीम और राक्षसी हिडिम्बा के बीच के अनूठे संबंध की है।

लक्षागृह से बचने की रात

महाभारत की महाक्रांति के बीच, पांडवों को एक दिन अपने दुश्मनों से बचने के लिए जंगल में शरण लेनी पड़ी। उन्होंने अपनी माता कुंती के साथ एक रात जंगल में बिताने का निर्णय लिया। इस दौरान, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भीम ने संभाली। लेकिन इस रात की घटनाएँ कुछ अप्रत्याशित और दिलचस्प मोड़ ले गईं।

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हिडिम्बा का प्रेम

जंगल में रात की गहराई में, राक्षसी हिडिम्बा की नज़र भीम पर पड़ी। हिडिम्बा, जो एक राक्षसी जाति की सदस्य थी, ने भीम को देखकर तुरंत उन्हें अपने प्रेम का शिकार मान लिया। हिडिम्बा का दिल भीम के सौंदर्य और शक्ति से मोहित हो गया। लेकिन उसके भाई हिडिम्बा की नीयत कुछ और थी। हिडिम्बा का भाई, हिडिम्ब, पांडवों को मारकर उनका मांस खाने की योजना बना चुका था।

राक्षसी हिडिम्बा की रक्षा

जब हिडिम्बा ने अपने भाई की योजना के बारे में सुना, तो उसने अपनी भाई की योजनाओं को विफल करने के लिए तुरंत कदम उठाए। हिडिम्बा ने भीम को बचाने के लिए अपनी राक्षसी शक्तियों का प्रयोग किया। उसने भीम को आगाह किया और अपने भाई के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार हो गई।

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भीम और हिडिम्ब के बीच युद्ध

हिडिम्बा ने एक सुंदर अप्सरा का रूप धर लिया और भीम को आकर्षित करने की कोशिश की। लेकिन जब हिडिम्ब अपनी योजनाओं के साथ सामने आया, हिडिम्बा ने अपनी वास्तविक रूप में आकर अपने भाई से मुकाबला किया। दोनों के बीच एक भयंकर युद्ध हुआ जिसमें हिडिम्बा ने अपने भाई हिडिम्ब को मार डाला।

प्रेम और प्रस्ताव

युद्ध के बाद, हिडिम्बा ने भीम से अपने प्रेम का इज़हार किया और शादी का प्रस्ताव रखा। हालांकि, भीम ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और अपनी माता कुंती के पास वापस चले गए। हिडिम्बा ने भीम से शादी की इच्छा जताते हुए माता कुंती से मदद की गुहार लगाई।

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माता कुंती की शर्त

माता कुंती ने हिडिम्बा के सामने एक कठोर शर्त रखी: “भीम शादी के बाद तुम्हारे साथ एक साल तक ही रहेगा। इसके बाद उसे अपने भाइयों के साथ लक्ष्य पूरा करने के लिए लौटना होगा।” हिडिम्बा, भीम के प्रेम में इतनी गहराई से डूबी हुई थी कि उसने इस शर्त को भी मान लिया।

एक वर्ष का साथ और पुत्र घटोत्कच

इस प्रकार, भीम और हिडिम्बा का विवाह हुआ और वे एक साल तक जंगल में एक साथ रहे। इस समय के दौरान, हिडिम्बा ने भीम से एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम घटोत्कच रखा गया। घटोत्कच एक महान योद्धा और महाभारत की महत्वपूर्ण पात्रों में से एक बन गया। इस प्रकार, महाभारत की यह कथा एक साहसिक प्रेम कहानी और परिवार के प्रति जिम्मेदारी की कहानी के रूप में जीवित रहती है। हिडिम्बा की निस्वार्थ भक्ति और भीम की साहसिकता ने इस कहानी को अमर बना दिया।

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