India News (इंडिया न्यूज़), Jagannath Temple: ओडिशा के पुरी शहर में स्थित जगन्नाथ मंदिर का खजाना 46 साल बाद खोला गया, जिसमें विशाल धरोहर और आर्थिक मूल्य की अमूल्य धातुएं समाहित हैं। यह घटना 2024 के फरवरी महीने में हुई जब सरकारी अधिकारी द्वारा मंदिर के विशेष अनुमति प्राप्त की गई।

खजाने में पाए गए विशेष धातुओं में सोने के 128 तोले (लगभग 14 किलोग्राम) और 420 तोले चांदी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, तांबे, लोहे, और अन्य धातुएं भी पायी गईं, जो मंदिर के ऐतिहासिक मूल्य को दर्शाती हैं। यह धन अकेले उन आभूषणों के संग्रह के रूप में नहीं है, जो देवी लक्ष्मी और अन्य देवताओं के पूजा के लिए प्रयुक्त होते हैं, बल्कि यह मंदिर के भगवान जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा के व्यावसायिक उपकरण भी हैं।

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घटना के है पीछे एक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

इस घटना के पीछे एक सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व है, क्योंकि यह मंदिर भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थल है, जिसे लाखों श्रद्धालु देश और विदेश से आते हैं। इस समय के बाद, धार्मिक और सांस्कृतिक आयाम के साथ-साथ आर्थिक महत्व भी इस घटना में प्रतिष्ठित होता है।

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इस अद्वितीय समय के बाद, सरकारी अधिकारियों ने इसे सम्पूर्ण सुरक्षा और निगरानी के साथ बनाए रखा है, जिससे किसी प्रकार की विनाशकारी गतिविधियों से बचा जा सके। इस प्रकार, जगन्नाथ मंदिर के खजाने का खोलना एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पल है, जो उसके आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व को पुनः उजागर करता है।

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