India News (इंडिया न्यूज), Diya Jalane Ki Sahi Disha: वास्तु शास्त्र, जो हमारे प्राचीन भारतीय विज्ञान का एक अहम हिस्सा है, घर और स्थान की संरचना, दिशा, और ऊर्जा के प्रवाह पर आधारित होता है। इस शास्त्र के अनुसार, हमारे जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और संतुलन बनाए रखने के लिए घर की दिशा, वस्तुएं और उनके सही स्थान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं कि वास्तु शास्त्र का पालन करने से व्यक्ति की जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। वहीं, यदि हम वास्तु शास्त्र के नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकते हैं, जो हमारे जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

दक्षिण दिशा से जुड़ी खास बातें, खासकर दीपक के बारे में, वास्तु शास्त्र में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। आइए जानें कि क्यों दक्षिण दिशा में दीपक जलाना एक दोषपूर्ण कार्य माना जाता है और इसके विपरीत उत्तर दिशा में दीपक जलाना क्यों शुभ माना जाता है।

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दक्षिण दिशा में दीपक जलाने का नकारात्मक प्रभाव

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है। यमराज, जो मृत्यु के देवता हैं, दक्षिण दिशा के स्वामी होते हैं। इसलिए, इस दिशा में जलता हुआ दीपक रखना शुभ नहीं माना जाता है। यदि कोई व्यक्ति दक्षिण दिशा में दीपक जलाता है, तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। इसका प्रभाव न केवल घर के वातावरण पर पड़ता है, बल्कि घर के सदस्यों की मानसिक स्थिति और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। इसके अलावा, आर्थिक तंगी और परिवार में अशांति की शुरुआत हो सकती है।

वास्तु दोष और इसके प्रभाव

दक्षिण दिशा में दीपक जलाने से घर में वास्तु दोष का जन्म होता है। यह दोष परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव, अनहोनी घटनाओं, और जीवन में आर्थिक संकट का सामना करा सकता है। साथ ही, घर में सुख-शांति की कमी और रिश्तों में अनबन की संभावना भी बढ़ जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह दोष तब उत्पन्न होता है जब हम प्राकृतिक और आंतरिक ऊर्जा के प्रवाह को सही दिशा में नहीं रखते हैं।

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उत्तर दिशा में दीपक जलाना – शुभ और लाभकारी

वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को सबसे शुभ दिशा माना जाता है। यह दिशा धन और समृद्धि से जुड़ी हुई है, क्योंकि इसे कुबेर (धन के देवता) की दिशा माना जाता है। अगर आप अपने घर में उत्तर दिशा में दीपक जलाते हैं, तो यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि इससे धन की प्राप्ति और जीवन में समृद्धि भी होती है। उत्तर दिशा में जलता हुआ दीपक घर में सुख-शांति और समृद्धि की प्रतीक माना जाता है। इस दिशा में दीपक जलाने से घर में आनंद और संतुलन बना रहता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में दीपक जलाना एक शुभ कार्य माना जाता है, लेकिन इसे सही दिशा में जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। दक्षिण दिशा में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो घर में वास्तु दोष का कारण बनता है और आर्थिक संकट व पारिवारिक अशांति का कारण बन सकता है। इसके विपरीत, उत्तर दिशा में दीपक जलाने से घर में समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है।

इसलिए, यदि आप वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर में सुख-शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो दक्षिण दिशा में दीपक जलाने से बचें और उत्तर दिशा में दीपक जलाने का प्रयास करें।

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