India News (इंडिया न्यूज़), Kanya Pujan 2024, दिल्ली: चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसके साथ ही अष्टमी और नवमी की तिथि पर कन्या पूजन किया जाता है। इस दौरान 2 से 10 साल की कन्याओं को घर में बुलाकर विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना और भोजन करते हुए उन्हें दक्षिणा देते हुए विदाई दी जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार कन्या पूजन अष्टमी और नवमी तिथि को करना शुभ होता है। ऐसे में जान ले की कन्या पूजन के लिए सही मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र का क्या महत्व है।

  • इस समय पर करें कन्या पूजन
  • जानें कन्या पूजन के लिए सामग्री
  • इस विधि से करें पूजा

सिनेमा में Article 370 को 50 दिन हुए पूरे, डायरेक्टर ने इस तरह किया रिएक्ट – Indianews

2024 में कन्या पूजन के लिए शुभ मुहूर्त

महाष्टमी

महाष्टमी के दिन सुबह 7:51 से लेकर 10:41 तक का मुहूर्त शुभ है। इसके बाद दोपहर में 1:30 से 2:55 तक का मुहूर्त कन्या पूजन के लिए उचित माना गया है।

Hina Khan की हालत हुई खराब, लंबे काम की वजह से खा रही दवाईयां – Indianews

महानवमी

दूसरों दिन की बात करें तो सुबह 6:27 से लेकर 7:51 तक का मुहूर्त शुभ है। इसकी साथ ही दोपहर में 1:30 से 2:55 का मुहूर्त शुभ बताया गया है। Kanya Pujan 2024

Leptospirosis: चूहों की वजह से अमेरिका में बढ़ रहा है ये घातक बीमारी, भारत पहले ही हो चुका है इसका शिकार-Indianews

कन्या पूजन के लिए सामग्री

  • पैर धोने के लिए थाली साफ चल और तौलिया
  • पैरों में लगाने के लिए महावर
  • माथे पर लगाने के लिए कुमकुम, सिंदूर और अक्षत
  • बैठने के लिए आसान
  • पूजा की थाली
  • घी का दीपक
  • एक कंडा या फिर उपले
  • फूल और माला
  • लाल चुनरी
  • भोजन में खीर-पुरी या फिर गुड-चना
  • उपहार या फिर दक्षिण

क्या है कन्या पूजन की विधि Kanya Pujan 2024

  • कन्या पूजन के दिन कन्याओं को बुलाए सबसे पहले थाली में उनके पैरों को जल से साफ करें और फिर कपड़े से पोंछे
  • अब उन्हें आसन पर बैठाए और पैरों में महावर, माथे पर सिंदूर और अक्षत लगाए और लाल चुन्नी उड़ाकर माला पहनाएं
  • आरती करें
  • आप प्रसाद का भोजन उन्हें पड़ोसी
  • कन्या को थोड़ा-थोड़ा जलें हुए उपले का आचमन करें
  • कन्याओं को भोजन करने के बाद उन्हें उपहार दें
  • इसके बाद उनके हाथों में अक्षत रखें और अपने आंचल में इन चावलों को ले ले
  • कन्याओं का आशीर्वाद लेकर उन्हें विदा करें
  • आखिर में पैर धोए जल और अक्षत को पूरे घर में छिड़क इसे शुभ फल की प्राप्ति होगी

कन्या पूजन में इस मंत्र का करें प्रयोग

या देवी सर्वभू‍तेषु ‘कन्या ‘ रूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
ॐ श्री दुं दुर्गायै नमः ।।
ॐ श्री कुमार्यै नमः ।।
ॐ श्री त्रिगुणात्मिकायै नमः ।।