India News(इंडिया न्यूज), Mahabharat Hanuman Ji & Arjun: महाभारत जिसके किस्से-कनियाँ हम युगो-युगो से सुनते आ रहे हैं। कौरवो और पांडवो के बीच हुए इस युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने भी पाण्डवों का समर्थन किया था। युद्ध के दौरान भगवान अर्जुन के सारथी बने थे। लेकिन ये बात शायद ही बेहद कम लोग जानते होंगे कि युद्ध के दौरान अर्जुन के रथ पर बजरंग बली यानी हनुमान जी सवार थे, और इस बात को तो आजतक कोई नहीं जान पाया हैं की इसके पीछे की असल वजह थी क्या?

बता दे कि जब युद्ध का समापन हुआ तब हनुमान जी अंतधर्यान हो गए थे। जिसके बाद श्री कृष्ण और अर्जुन तो रथ से दूर चले गए थे जिनके बाद होता ये हैं कि उनका रथ ही जल जाता हैं। इस बारे में जब अर्जुन ने श्रीकृष्ण से पुछा कि, ऐसा क्यों हुआ इस रथ के जलने की वजह क्या थी? तब कृष्ण अर्जुन को विस्तारपूर्वक इस बारे में हर एक बात बताते हैं

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वह बोले ‘हे पार्थ, ये रथ भीष्मपितामह द्रोणाचार्य और कर्ण के दिव्यात्रों से पहले ही जल गया था। लेकिन सबकी नज़रो से बचे हुए राम भक्त हनुमान इसपर विराजमान थें और में खुद भी स्वय इस रथ में सवार था इसलिए अग्नि इस तक ना पहुँच सकी।’
वही अब तुम्हारा कार्य भी पूर्ण हो चुका हैं। और साथ ही मेने और हनुमान ने भी इस रथ को छोड़ दिया हैं जिसके बाद ये रथ अग्नि को प्राप्त हो जलकर भस्म हो चुका हैं।

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