India News (इंडिया न्यूज़), Mahakumbh 2025 Pitar Dosh Se Mukti: महाकुंभ मेला 2025 में देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जहां गंगा में पवित्र डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि महाकुंभ में स्नान करने से न केवल पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि पितर दोष का भी निवारण होता है। इस बार लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के गंगा स्नान में भाग लेने की संभावना है। यदि आप भी पितर दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो महाकुंभ में स्नान के साथ-साथ कुछ विशेष उपाय करना अत्यंत लाभकारी होगा। आइए जानते हैं वे 5 उपाय जो पितर दोष से मुक्ति के लिए आवश्यक हैं।
1. गंगा जल चढ़ाकर क्षमा याचना करें
महाकुंभ में स्नान करने के बाद गंगा जल को पितरों को अर्पित करें। गंगा जल को अर्पित करते समय अपने पितरों का स्मरण करें और उनसे अपनी पूर्व की गलतियों के लिए क्षमा याचना करें। यह प्रक्रिया पितरों की प्रसन्नता का कारण बनती है और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति आती है।
2. सूर्यदेव को प्रणाम और दान-पुण्य करें
स्नान के बाद उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देना और विशेष रूप से प्रणाम करना चाहिए। सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय पितरों की शांति और उन्नति की प्रार्थना करें। इसके साथ ही, अपनी सामर्थ्य के अनुसार अन्न, वस्त्र और अन्य आवश्यक सामग्री का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
3. अन्न और धातु का दान
पितरों को प्रसन्न करने के लिए अन्न-दान का विशेष महत्व है। महाकुंभ में स्नान के बाद अन्न-दान अवश्य करें। यदि सामर्थ्य हो तो सोने, चांदी या अन्य धातुओं का दान करना भी पितरों को प्रसन्न करता है और दोषों से मुक्ति दिलाता है।
4. साधु-संतों की सेवा करें
पितरों की प्रसन्नता और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए साधु-संतों की सेवा करना अत्यंत शुभकारी है। महाकुंभ में साधु-संतों का सानिध्य प्राप्त करना और उनकी सेवा करना न केवल पितरों को प्रसन्न करता है, बल्कि यह आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है।
5. निर्धनों को वस्त्र और गर्म कपड़ों का दान
महाकुंभ स्नान के पश्चात निर्धनों के बीच वस्त्र और गर्म कपड़ों का दान करना भी पितर दोष से मुक्ति के लिए आवश्यक माना गया है। यह कार्य न केवल आपके पितरों को प्रसन्न करता है, बल्कि समाज के प्रति आपकी सेवा भावना को भी दर्शाता है।
महाकुंभ मेला 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक और सामाजिक कल्याण का भी प्रतीक है। यदि आप पितर दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो गंगा स्नान के साथ इन 5 विशेष उपायों को अवश्य अपनाएं। यह न केवल आपके पितरों को शांति और प्रसन्नता प्रदान करेगा, बल्कि आपके जीवन को सुख, समृद्धि और शांति से भर देगा।