India News(इंडिया न्यूज), Mahayog In Sawan 2024: सावन का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है, विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए। 2024 का सावन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें 72 वर्षों बाद एक महायोग बन रहा है। आइए, इस महायोग के बारे में सभी महत्वपूर्ण बातें जानें:

1. महायोग का अर्थ और महत्व

महायोग ज्योतिष शास्त्र में एक विशेष संयोजन को दर्शाता है, जो दुर्लभ और अत्यंत शुभ माना जाता है। यह योग विशेष ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों के संयोजन से बनता है, जिससे इस अवधि में की गई पूजा और अनुष्ठान अत्यधिक फलदायी होते हैं।

2. 2024 में सावन का महीना और महायोग

2024 का सावन महीना 25 जुलाई से शुरू होकर 22 अगस्त तक चलेगा। इस वर्ष का सावन विशेष है क्योंकि इसमें “त्रिपुष्कर योग” बन रहा है। यह योग 72 वर्षों बाद आ रहा है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बना देता है।

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3. त्रिपुष्कर योग का महत्व

त्रिपुष्कर योग वह समय होता है जब किसी भी शुभ कार्य को करने का तिगुना फल मिलता है। इसमें की गई पूजा, व्रत, दान, और अन्य धार्मिक अनुष्ठान का प्रभाव और फल तीन गुना हो जाता है। यह योग विशेष रूप से शिव पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

4. सावन सोमवार और त्रिपुष्कर योग

सावन महीने में आने वाले सोमवार को “सावन सोमवार” कहा जाता है, जो भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। 2024 में त्रिपुष्कर योग का संयोग इन सावन सोमवार को और भी शुभ बनाता है।

5. महायोग के दौरान किए जाने वाले कार्य

शिवलिंग का अभिषेक: त्रिपुष्कर योग के दौरान शिवलिंग का अभिषेक विशेष महत्व रखता है। दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।

रुद्राभिषेक: रुद्राभिषेक भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का उत्तम उपाय है। इसे त्रिपुष्कर योग में करने से विशेष फल मिलता है।

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शिव मंत्रों का जाप: “ॐ नमः शिवाय” और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। त्रिपुष्कर योग में इन मंत्रों का जाप तिगुना फलदायी होता है।

दान: इस योग में गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें। यह पुण्य तिगुना होकर आपको मिलता है।

व्रत: सावन सोमवार के व्रत रखें। त्रिपुष्कर योग में व्रत का फल भी तिगुना मिलता है।

6. त्रिपुष्कर योग का समय और तिथियाँ

2024 में सावन के दौरान त्रिपुष्कर योग की तिथियाँ निम्नलिखित हैं:

29 जुलाई 2024 (सावन का पहला सोमवार)
5 अगस्त 2024 (सावन का दूसरा सोमवार)
12 अगस्त 2024 (सावन का तीसरा सोमवार)
19 अगस्त 2024 (सावन का चौथा सोमवार)

7. उपवास और नियम

संकल्प: उपवास के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान शिव के समक्ष संकल्प लें।

पूजन विधि: भगवान शिव की पंचामृत से अभिषेक करें और बेलपत्र अर्पित करें।

आहार: व्रत के दौरान फलाहार या सात्विक भोजन करें। अनाज, तामसिक भोजन और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

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ऐसे पाएं बाबा महाकाल का असीम आशीर्वाद

बाबा महाकाल, जिन्हें भगवान शिव के रूप में भी जाना जाता है, की आराधना से असीम आशीर्वाद और कृपा प्राप्त की जा सकती है। उनके आराधना में सच्ची श्रद्धा और विश्वास से की गई पूजा, व्रत, और सेवा से भक्त उनकी कृपा को प्राप्त कर सकता हैं। भगवान शिव की आराधना में रुद्राभिषेक, महामंत्रों का जाप, और शिवलिंग की स्थापना अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके अलावा, नियमित ध्यान और प्राणायाम के अभ्यास से भी भगवान शिव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। बाबा महाकाल के आशीर्वाद से व्यक्ति की जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का संचार होता है, जो उसके जीवन को शुभारंभ से लेकर समाप्ति तक प्रेरित करता है।

निष्कर्ष:

2024 का सावन महीना विशेष महायोग और त्रिपुष्कर योग के कारण अत्यधिक शुभ और फलदायी है। इस समय का अधिकतम लाभ उठाने के लिए श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान शिव की पूजा, व्रत, और दान करें। यह दुर्लभ अवसर आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएगा।

डिस्क्लेमर:इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।