India News (इंडिया न्यूज़), Jal Arpan on Shivling: ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों का जीवन पर गहरा प्रभाव माना गया है। कभी-कभी कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण जीवन में बाधाएं, परेशानियां और कष्टों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में भगवान शिव की उपासना को बेहद प्रभावी माना गया है। शिवलिंग पर चढ़े जल को शरीर पर लगाने से न केवल नवग्रहों का प्रकोप कम होता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।

आइए जानते हैं, शिवलिंग पर चढ़े जल का सही उपयोग कैसे किया जाए और इसे शरीर के किन हिस्सों पर लगाना चाहिए ताकि मात्र 7 दिनों में जीवन में सुधार हो सके।

शिवलिंग पर चढ़े जल का महत्व

 

भगवान शिव को सृष्टि के पालनकर्ता और विनाशक के रूप में पूजा जाता है। शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल पवित्र और ऊर्जावान माना जाता है। इसमें उन सकारात्मक तरंगों का समावेश होता है, जो शिव की कृपा से प्राप्त होती हैं। जब यह जल शरीर पर लगाया जाता है, तो नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और ग्रह दोष शांत होते हैं।

7 दिसंबर से इन 3 राशियों के ऊपर फटेगा ज्वालामुखी, ग्रहों के सेनापति मंगल चलेंगे अपनी उल्टी चाल, संभलकर रखें हर एक कदम

शरीर के इन 3 अंगों पर लगाएं जल

 

1. मस्तक (Forehead)

 

मस्तक पर शिवलिंग का जल लगाने से चित्त शांत होता है और मानसिक तनाव कम होता है।

लाभ: यह चंद्रमा से जुड़े दोषों को शांत करता है और मन को स्थिर बनाता है।

कैसे लगाएं: अंगुली से जल लेकर भृकुटि (आँखों के बीच) पर लगाएं।

 

2. गर्दन के पीछे (Back of the Neck)

 

गर्दन के पीछे जल लगाने से राहु और केतु के दोषों का प्रभाव कम होता है।

लाभ: यह बाधाओं को दूर करता है और कार्यों में सफलता दिलाता है।

कैसे लगाएं: हल्के हाथों से जल को गर्दन के पीछे लगाएं।

अगर शरीर के इस हिस्से में हो कोई भी परिवर्तन तो समझ ले चल रही है कुंडली में राहु की महादशा, ऐसे करें जल्द-से-जल्द दूर

3. पैर के तलवे (Soles of the Feet)

 

शिवलिंग का जल पैर के तलवों पर लगाने से जीवन में स्थिरता और आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है।

लाभ: शनि और मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम करता है।

कैसे लगाएं: जल को तलवों पर लगाकर हल्के से मालिश करें।

 

7 दिनों में कैसे सुधरती है जिंदगी?

 

पहला दिन: मानसिक शांति और तनाव में कमी।

तीसरा दिन: कार्यों में बाधाओं का हटना।

पांचवां दिन: परिवारिक और आर्थिक समस्याओं में सुधार।

सातवां दिन: सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का आगमन।

नया साल लगते ही सबसे पहले राहु बदलेगा अपनी चाल, इन 5 राशियों से होगा ऐसा खुश कि कर देगा धन-धान्य की बरसात

शिवलिंग पर जल चढ़ाने के नियम

 

1. सुबह स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें।

2. जल में गंगाजल मिलाने से इसका प्रभाव और बढ़ जाता है।

3. “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए जल अर्पित करें।

4. सोमवार और प्रदोष व्रत के दिन यह उपाय विशेष लाभकारी होता है।

पीरियड्स से जुड़ी हर समस्या से छुटकारा दिलाएगा ये मंत्र! जानिए जाप करने का सही तरीका

सावधानियां

 

1. शिवलिंग पर चढ़े जल को किसी अपवित्र स्थान पर न रखें।

2. इसे चढ़ाने के बाद तुरंत उपयोग करें।

3. जल लगाने से पहले मन और शरीर को शांत रखें।

 

शिवलिंग पर चढ़ा जल ग्रह दोषों को शांत करने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने का एक प्रभावी उपाय है। इसे सही तरीके से शरीर के मस्तक, गर्दन, और तलवों पर लगाकर नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है। भगवान शिव की कृपा से न केवल जीवन में स्थिरता आती है, बल्कि सभी परेशानियां भी दूर होती हैं। केवल 7 दिनों तक इस उपाय को अपनाएं और अपनी जिंदगी में चमत्कार देखें।

Look Back 2024: बाबा वेंगा ने इन 5 राशियों के लिए की भयंकर भविष्यवाणी, जानें 2025 में किस्मत कैसे खेलेगी खेल?

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।