India News (इंडिया न्यूज), Numerology 2025: अंक ज्योतिष के अनुसार, हर साल का एक विशेष मूलांक होता है जो उस वर्ष के प्रभाव और ऊर्जा को निर्धारित करता है। साल 2025 का मूलांक 9 है, और इसका स्वामी ग्रह मंगल है। ज्योतिषीय दृष्टि से, यह साल साहस, ऊर्जा और अध्यात्म का प्रतीक है।
भगवान शिव की उपासना इस साल विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ विशेष मूलांक वाले जातकों को इस साल शिव आराधना से विशेष लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं, कौन-कौन से मूलांक वाले जातकों के लिए यह साल विशेष रूप से शुभ रहने वाला है।
मूलांक 2 (जन्म तिथि: 2, 11, 20, 29)
मूलांक 2 का स्वामी चंद्रमा है। चंद्रमा का स्वभाव शांत और भावनात्मक होता है। ज्योतिर्विद पंडित दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार, साल 2025 में मूलांक 2 वाले जातकों को भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए। इससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। भगवान शिव की आराधना उनके लिए सफलता, मानसिक शांति और भावनात्मक स्थिरता प्रदान करेगी।
उपाय:
- सोमवार को व्रत रखें।
- शिवलिंग पर जल और कच्चा दूध अर्पित करें।
- “ळोका शांताय शिवाय् ” मंत्र का जाप करें।
मूलांक 6 (जन्म तिथि: 6, 15, 24)
मूलांक 6 का स्वामी ग्रह शुक्र है। शुक्र वैभव, सौंदर्य और संबंधों का प्रतीक है। साल 2025 में मूलांक 6 वाले जातकों के लिए शिव उपासना अत्यंत लाभकारी रहेगी। इससे उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन और सफलता आएगी।
उपाय:
- शुक्रवार के दिन भगवान शिव को सफेद पुष्प चढ़ाएं।
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
- शिव मंदिर में घी का दीपक जलाएं।
मूलांक 7 (जन्म तिथि: 7, 16, 25)
मूलांक 7 का स्वामी केतु है। केतु का प्रभाव गूढ़ ज्ञान और आध्यात्मिकता से जुड़ा होता है। ज्योतिषीय दृष्टि से, साल 2025 मूलांक 7 के जातकों के लिए कई शुभ अवसर लेकर आएगा। भगवान शिव की आराधना करने से इन जातकों को आध्यात्मिक उन्नति और जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
उपाय:
- शनिवार को शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं।
- “नागें श्रीस्न शानाय् ” मंत्र का जाप करें।
- गरीबों को भोजन दान करें।
मूलांक 8 (जन्म तिथि: 8, 17, 26)
मूलांक 8 का स्वामी शनि ग्रह है। शनि न्याय और कर्मफल का देवता है। साल 2025 में मूलांक 8 के जातकों के लिए भगवान शिव की उपासना विशेष रूप से लाभकारी होगी। इन जातकों को बुधवार, शुक्रवार और शनिवार के दिन शिव आराधना करनी चाहिए।
उपाय:
- भगवान शिव को तिल का तेल चढ़ाएं।
- शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- शमी वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं।
हर हर महादेव बोलते वक्त हाथ क्यों उठाते हैं?
‘हर हर महादेव’ शिव के प्रति हमारी श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। जब लोग यह नारा लगाते हैं और अपने हाथ ऊपर उठाते हैं, तो यह उनके आत्मविश्वास, ऊर्जा और शक्ति को दर्शाता है। हाथ उठाना भगवान शिव के प्रति पूर्ण समर्पण और उनके आशीर्वाद की कामना का प्रतीक है।
इसके धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ:
- ऊर्जा का संचार: यह नारा लगाने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- समूह शक्ति: एक साथ यह नारा लगाने से सामूहिक चेतना और एकता का अनुभव होता है।
- आत्मसमर्पण: हाथ उठाकर शिव का स्मरण करना यह दर्शाता है कि हम अपनी हर समस्या का समाधान शिव में देखते हैं।
साल 2025 में भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से मूलांक 2, 6, 7 और 8 वाले जातकों के लिए शुभ रहेगी। हालांकि, यह जानकारी मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथों पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। शिव भक्ति से ही हर समस्या का समाधान संभव है। हर हर महादेव!