India News (इंडिया न्यूज), Hastrekha: हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि हर व्यक्ति की आयु जन्म के साथ ही तय हो जाती है, यानी जन्‍म के समय ही उसकी मृत्‍यु का समय निर्धारित हो जाता है। हालांकि यह कोई नहीं जानता कि जीवन का वह अंतिम पल कब आएगा। लेकिन हस्तरेखा शास्त्र में कुछ विशेष रेखाओं के जरिए इस बात का कुछ अनुमान जरूर लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति कितने साल जिएगा। आमतौर पर जीवन रेखा (Life Line) के द्वारा यह देखा जाता है कि कोई व्यक्ति दीर्घायु होगा या अल्पायु। लेकिन हस्तरेखा शास्त्र में एक और महत्वपूर्ण तरीका है, जिससे व्यक्ति की उम्र का अनुमान लगाया जा सकता है, और वह तरीका है मणिबंध रेखा (Manibandh Rekha)।

मणिबंध रेखा क्या है?

मणिबंध रेखाएं कलाई और हथेली के बीच में होती हैं, और ये आड़ी रेखाओं की तरह होती हैं। इन रेखाओं की संख्या सामान्यतः एक से अधिक होती है। इन रेखाओं के माध्यम से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि व्यक्ति की उम्र कितनी होगी या वह कितना जीएगा। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, मणिबंध रेखाओं का गहरा संबंध व्यक्ति की जीवनकाल से होता है।

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मणिबंध रेखाओं के प्रकार

  1. मणिबंध रेखाओं की संख्या और उम्र: मणिबंध रेखाओं की संख्या से व्यक्ति की उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है। मणिबंध रेखाओं की संख्या जितनी अधिक होगी, व्यक्ति की उम्र उतनी ही लंबी होगी।

    • एक मणिबंध रेखा: अगर किसी व्यक्ति के हाथ में सिर्फ एक मणिबंध रेखा है, तो वह व्यक्ति अल्पायु होता है। ऐसा व्यक्ति जीवन में मुश्किलों का सामना करता है और उसकी उम्र अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
    • दो मणिबंध रेखाएं: यदि किसी व्यक्ति के हाथ में दो मणिबंध रेखाएं हैं, तो यह व्यक्ति औसतन 50 साल तक जीवित रह सकता है।
    • तीन से चार मणिबंध रेखाएं: तीन या चार मणिबंध रेखाएं होने का मतलब है कि व्यक्ति का जीवनकाल लंबा हो सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति 70-80 साल तक जीवित रह सकता है।
    • पाँच मणिबंध रेखाएं: जिनके हाथ में 5 मणिबंध रेखाएं होती हैं, वे व्यक्ति 100 साल तक या उससे अधिक जी सकते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति का जीवन स्वस्‍थ और दीर्घायु हो सकता है।
  2. मणिबंध रेखाओं की गहराई और मोटाई: मणिबंध रेखाओं की गहराई और मोटाई भी यह संकेत देती है कि व्यक्ति की सेहत कैसी रहेगी।

    • हल्की और पतली रेखाएं: यदि मणिबंध रेखाएं हल्की और पतली होती हैं, तो यह व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का संकेत देती हैं। ऐसे व्यक्ति को सेहत संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
    • गहरी और मोटी रेखाएं: अगर मणिबंध रेखाएं गहरी और मोटी होती हैं, तो यह व्यक्ति के स्वस्थ जीवन का प्रतीक है। ऐसे व्यक्तियों का जीवन सामान्य रूप से स्वस्थ और लंबा हो सकता है।

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मणिबंध रेखा के बारे में कुछ और जानकारी

  • पुरुषों और महिलाओं में अंतर: कुछ लोग मानते हैं कि मणिबंध रेखाओं का सही आकलन करने के लिए पुरुषों के दाएं हाथ की रेखा और महिलाओं के बाएं हाथ की रेखा को देखा जाता है। यह मान्यता हस्तरेखा शास्त्र में बहुत पुरानी है, और इसके अनुसार हाथ की रेखाओं का प्रभाव व्यक्ति की उम्र पर विभिन्न तरीकों से पड़ता है।

  • मणिबंध रेखाओं की संख्या का महत्व: प्रत्येक मणिबंध रेखा 20 से 25 साल की उम्र को दर्शाती है। अगर किसी व्यक्ति के हाथ में तीन या चार रेखाएं हैं, तो यह 70-80 साल की उम्र तक जीवन जीने का संकेत है। इसी तरह, कम रेखाओं का होना अल्पायु होने का संकेत हो सकता है।

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार मणिबंध रेखाएं व्यक्ति के जीवनकाल और स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं। इन रेखाओं की संख्या, गहराई और मोटाई से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी व्यक्ति की उम्र कितनी हो सकती है और उसका जीवन कैसे होगा। हालांकि यह सिर्फ एक ज्योतिषीय दृष्टिकोण है और सटीकता में भिन्नता हो सकती है, फिर भी कई लोग इसे एक रोचक और उपयोगी मार्गदर्शन के रूप में मानते हैं।

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