India News (इंडिया न्यूज), Jagannath Temple Odisha: ओडिशा के जगन्‍नाथ मंदिर को भारत में एक चमत्कारी और पवित्र धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है। इसकी विशेषताएं और रोजाना झंडा बदलने की प्रक्रिया ने इसे रहस्य और भक्ति का केंद्र बना दिया है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, एक भयानक भविष्यवाणी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यह भविष्यवाणी ओडिशा में संभावित प्रलय और जगन्नाथ मंदिर के समुद्र में डूबने से संबंधित है। आइए, इस चर्चा को गहराई से समझें।

भविष्य मालिका का उल्लेख

भविष्य मालिका संत अच्युतानंद महाराज द्वारा रचित ग्रंथों का संग्रह है। यह संत 600 वर्ष पूर्व पंच सखाओं में से एक थे, जिन्होंने भगवान जगन्नाथ, जगन्नाथ मंदिर, ओडिशा और देश-दुनिया के विषय में गहन भविष्यवाणियां कीं। हालांकि, “भविष्य मालिका पुराण” नामक एक ग्रंथ के अस्तित्व पर विवाद है। कई विद्वानों का मानना है कि यह ग्रंथ संत अच्युतानंद द्वारा रचित नहीं है और इसे फर्जी माना जाता है। इसके बावजूद, भविष्य मालिका की कई भविष्यवाणियां सोशल मीडिया और जनश्रुतियों में व्यापक रूप से चर्चा में हैं।

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भविष्य मालिका की प्रमुख भविष्यवाणियां

  1. शनि का मीन राशि में प्रवेश और अराजकता का दौर: “भविष्य मालिका” के अनुसार, जब शनि ग्रह मीन राशि में प्रवेश करेगा, तो भारत में कठिन समय शुरू होगा। यह स्थिति ढाई वर्षों तक बनी रहेगी, जिसमें अराजकता और अस्थिरता होगी।
  2. जगन्नाथ मंदिर का समुद्र में डूबना: भविष्यवाणी के अनुसार, “गगन गादी” के समय जगन्नाथ मंदिर समुद्र के जल में समा जाएगा। यह प्रलय न केवल मंदिर, बल्कि संपूर्ण ओडिशा को प्रभावित करेगा।
  3. अविवाहित संत का उदय: देश की बागडोर एक अविवाहित संत के हाथों में होगी, जो संपूर्ण क्षेत्र का नेतृत्व करेगा। यह संत अत्यधिक शक्तिशाली और धर्म-रक्षक होगा।
  4. ओडिशा पर आक्रमण और विजय: भविष्यवाणी में उल्लेख है कि ओडिशा पर शत्रु बम गिराएंगे, लेकिन ये बम विफल रहेंगे। भारत अंततः इस आक्रमण में विजय प्राप्त करेगा।
  5. रूस से श्रद्धालुओं का आगमन: भविष्य मालिका के अनुसार, रूस से सैकड़ों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने आएंगे और मंदिर में ढेर सारा सोना अर्पित करेंगे।

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वर्तमान घटनाओं के संदर्भ

भविष्य मालिका में वर्णित “दिव्यसिंह राजा” और “गगन गादी” के संदर्भ में वर्तमान घटनाएं मिलती-जुलती प्रतीत होती हैं। ओडिशा के दिव्यसिंह गजपति राजा वर्तमान में गादी पर विराजमान हैं। “गगन” नामक सेवक भी मंदिर में सेवा कर रहे हैं।

ओडिशा और भारत के भविष्य की जनश्रुतियां

ओडिशा में यह जनश्रुति है कि 2024 से 2033 तक दुनिया में बड़े पैमाने पर बदलाव होंगे। इन बदलावों में प्राकृतिक आपदाएं, राजनीतिक अस्थिरता, और धर्म व आध्यात्म का पुनरुत्थान शामिल हो सकता है।

भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां भय और जिज्ञासा का मिश्रण हैं। इनमें से कुछ भविष्यवाणियां धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करती हैं, तो कुछ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जांच का विषय हैं। हालांकि, यह समझना आवश्यक है कि भविष्यवाणियां मानवता को चेतावनी देने और सतर्क करने का माध्यम हो सकती हैं, लेकिन इन पर पूरी तरह विश्वास करने से पहले विवेक और तथ्य-आधारित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। जगन्नाथ मंदिर और ओडिशा से संबंधित यह चर्चा न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

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