Purity of Nature

शक्ति दुर्गा

प्राचीन ऋषि-मुनि, महान आध्यात्मिक गुरुओं ने प्रकृत्ति पर आधारित उन अद्भुत शिक्षाओं का अनुभव किया था जिन्हें बाद में वेदों के रूप में संकलित किया गया। मैं अपनी आध्यात्मिक यात्रा का लुत्फ इसलिए उठा पाती हूं क्योंकि पिछले 15 वर्षों से भिन्न-भिन्न देशों से संबंधित प्रकृति के गीतों को सुनना मुझे काफी पसंद है जहां ऊजार्ओं का स्तर अलग होता है और साथ ही प्राचीन विद्या हमारा इंतजार कर रही होती है ताकि कोई आए और उन्नें खो लें। प्राचीन विद्या, चेतना, ईश्वर, प्रकृति और स्वयं हम, जमारे रिश्ते नाते ये सभी के साथ रचना जुड़ी हैं ये सभी एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं इन्हेंना तो कोई एक दूसरे से अलग कर सकता है और ना ही ये स्वयं अपने आपको एक दूसरे से पृथक कर सकते हैं। हम केवल अपना ध्यान एकाग्र कर प्रकृति के साथ वातार्लाप कर सकते हैंउसके साथ अपना सामंजस्य स्थापित कर सकते हैं। जब हम प्रकृति पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हैं तब हम उसकी पवित्रता को समझ पाते हैं। प्राकृत्क तत्वों से लेकर, जंगल, जहरने, नदियां, समुद्र यहां तक कि हमारे घर के पालतू जानवर और पेड़-पौधे तक हमें खुशहाली और प्रेम की खोज को पूरा करने में सहायता कर सकते हैं। ताकि आप अपने मानव जीवन का संपूर्ण लाभ उठा पाएं। वर्तमान हालातों में हम विश्व के सभी पवित्र स्थानों पर जा कर रहस्यमय ज्ञान और जानकारियां एकत्रित नहीं कर सकते आपको केवल अपने भीतर झांकने और प्रकृति के साथ जुड़ने की आवश्यकता है।