India News (इंडिया न्यूज),Rahu Mahadasha Effect: कई बार कुछ लोग ऐसे होते हैं जो राहु की महादशा से पीड़ित होते हैं। सबसे खतरनाक राहु की महादशा होती है, क्योंकि इससे कोई लाभ तो नहीं होता लेकिन नुकसान जरूर होता है। दरअसल, राहु एक माया ग्रह है। यह मन में भ्रम और उलझन पैदा करता है। इसकी वजह से लोग कभी सही निर्णय नहीं ले पाते। इस दशा में अक्सर लोग अपनी क्षमता का खुलकर इस्तेमाल नहीं कर पाते और जो भी काम करते हैं, उसे आधे-अधूरे मन से करते हैं।

राहु कोई ग्रह नहीं बल्कि एक छाया है। ऐसे में यह आपको कभी सच्चाई से रूबरू नहीं करवाएगा, यह आपको कभी वास्तविकता नहीं दिखा सकता। क्योंकि, छाया हमेशा भ्रम पैदा करती है। ऐसे में जब राहु अपने प्रकोप में होता है तो व्यक्ति भ्रमित हो जाता है और गलत को भी सही मानने लगता है।

राहु महादशा 18 वर्ष

ज्योतिष आचार्य संतोष कुमार चौबे कहते हैं कि राहु महादशा में व्यक्ति अक्सर भ्रमित रहता है। अगर वह सिगरेट पीता है तो वह अंदर से पूरी तरह संतुष्ट रहेगा और उसे लगेगा कि वह अच्छा काम कर रहा है। भले ही उसके फेफड़े पूरी तरह खराब हो जाएं। अगर वह शराब पीता है तो वह इसे सही ठहराएगा कि हां, मैं सही काम कर रहा हूं। उसके अंदर सही और गलत का भाव पूरी तरह खत्म हो जाता है।

साथ ही व्यक्ति मोह माया जैसी तमाम चीजों में उलझ जाता है। ऐसे में जब महादशा खत्म होती है और गुरु की महादशा शुरू होती है तो व्यक्ति विवेकहीन हो जाता है। फिर उसे अपने किए पर पछतावा होता है, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। अगर आप इस महादशा में कुछ जरूरी उपाय करते हैं तो काफी हद तक राहत मिल सकती है।

ये उपाय सबसे कारगर हैं

  1. सुबह सूर्योदय से पहले उठने की कोशिश करें। इस तरह सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति जीवन में तरक्की करता है और सही दिशा में आगे बढ़ता है।
  2. दूसरा, सुबह उठकर व्यायाम करने की कोशिश करें। अनुलोम विलोम करें। इससे मस्तिष्क में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और व्यक्ति अच्छे और स्पष्ट रूप से सोच पाता है। मेडिटेशन करें।
  3. मेडिटेशन से दिमाग में स्पष्टता आती है, क्योंकि, जब आप मेडिटेशन में होते हैं तो आप अपने अंदर झांकते हैं। ऐसे में आपको सही और गलत का फर्क समझ में आ जाएगा, फिर भटकने की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
  4. राहु की महादशा के दौरान कम बोलने की कोशिश करें। अगर बोलने का मन भी हो तो महादशा खत्म होने पर बोलें। लेकिन महादशा के दौरान गलती से भी मुंह न खोलें।
  5. राहु एक ऐसा ग्रह है जो जब मुंह खुलवाता है तो सिर्फ हंगामा ही मचाता है। आप कभी भी सही और उचित बात नहीं बोल पाएंगे। बाद में आपको अपने शब्दों पर पछताना पड़ सकता है।
  6. इस दिशा में जितना हो सके अपने अंदर झाँकने की कोशिश करें। शांत रहें और चीजों को देखें, ध्यान करें। दशा खत्म होने के बाद सब अपने आप ठीक हो जाएगा। इसलिए अगर दशा में कुछ गलत हो जाए तो घबराएँ नहीं। बल्कि यह समझें कि यह कुछ सालों के लिए है और उसके बाद समय बदल जाएगा। व्यक्ति को यह समझना होगा।

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