India News (इंडिया न्यूज), Rules For Applying Sindoor: सिंदूर भारतीय महिलाओं के लिए न केवल एक श्रृंगार का हिस्सा है, बल्कि यह उनके वैवाहिक जीवन का प्रतीक भी माना जाता है। हिन्दू शास्त्रों में यह माना जाता है कि सिन्दूर लगाने से महिलाओं का न सिर्फ चेहरा निखरता है बल्कि इससे पति की उम्र भी लंबी होती है। सिंदूर लगाने से रिश्ते में सामंजस्य और प्रेम बना रहता है। आजकल महिलाएं अपने अपने ढंग से सिंदूर लगाती हैं लेकिन शास्त्रों में सिंदूर लम्बी मांग में लगाना बताया गया है। सिंदूर लगाने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण धार्मिक और वास्तु नियम हैं, जिन्हें जानना जरूरी है।
सही दिशा की ओर मुँह करके लगाएं सिंदूर
सिंदूर को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके लगाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है। दक्षिण दिशा में सिंदूर लगाना वर्जित है, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।
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चांदी के सिक्के से भरें मांग
चांदी के सिक्के से सिंदूर लगाना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी और माता पार्वती की कृपा बनी रहती है और घर में समृद्धि आती है। शादी में फेरों के वक्त भी शादी के सिक्के से मांग भरी जाती है। अपने पास एक चांदी का सिक्का जरूर रखें।
सिंदूर लगाते वक्त देखें पति का चेहरा
सिंदूर लगाने के बाद सबसे पहले अपने पति का चेहरा देखना चाहिए, जिससे प्रेम और रिश्तों में मधुरता बढ़ती है। अगर पति घर पर न हों, तो उनकी तस्वीर देखी जा सकती है। पति-पत्नी के बीच प्रेम भी बढ़ता है।
इस दिन न लगाएं सिंदूर
इसके अलावा, मंगलवार को सिंदूर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह दिन हनुमान जी को समर्पित है और वह ब्रह्मचारी माने जाते हैं। शास्त्रों में एक कथा प्रचलित है जिसके अनुसार एक बार हनुमान जी ने माता सीता का सिंदूर अपने शरीर पर लगा लिया था जिसके बाद उन्हें मंगलवार को सिंदूर चढ़ाया जाता है।
सोमवार को सिर से न नहाना
सोमवार को सिर से न नहाना भी एक विशेष सलाह है, क्योंकि ऐसा करने से सिंदूर धुल जाता है और इससे पति-पत्नी के जीवन में परेशानी आ सकती है। इन नियमों का पालन करके महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बना सकती हैं।
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