India News (इंडिया न्यूज), Effect Of Saturn Transit On Zodiac Signs: शनि, जिसे ज्योतिष में कर्मफल दाता माना गया है, वर्तमान में वक्री अवस्था में हैं। इसका अर्थ है कि शनि अपनी ऊर्जा को उल्टी दिशा में संचालित कर रहे हैं। वक्री होने के कारण शनि की गति में रुकावट आती है, जिससे वे अपनी वास्तविक कार्यक्षमता का प्रदर्शन नहीं कर पाते। यह स्थिति लोगों के जीवन में संघर्ष और चुनौतियाँ उत्पन्न कर सकती है, क्योंकि शनि की दंडात्मक शक्ति कमजोर हो जाती है।

15 नवंबर 2024: शनि का मार्गी होना

15 नवंबर 2024 को, दिवाली के बाद, शनि कुंभ राशि में मार्गी होंगे। यह परिवर्तन सभी 12 राशियों के लिए महत्वपूर्ण है। शनि जब वक्री होते हैं, तो उनकी ऊर्जा और प्रभाव कमजोर होते हैं, लेकिन मार्गी होने पर वे पुनः सक्रिय हो जाएंगे और अपने कार्यों को सुचारू रूप से अंजाम देंगे।

शनि के प्रभाव का महत्व

शनि को कलियुग का न्यायधीश माना गया है। वे केवल कर्मों का हिसाब रखते हैं, इसलिए उनका प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है—चाहे वह अमीर हो या गरीब। शनि जब अपने अनुशासन के तहत काम करते हैं, तो अच्छे कर्म करने वालों को शुभ फल और गलत कार्य करने वालों को कष्ट देते हैं।

इस किताब में दफन हैं रावण का वो राज, जिसने पढ़ लिया वो इंसान से बन जाएगा कुछ और, आज जान लें वो सीक्रेट

शनि का दंड और फल

ज्योतिष में शनि की स्थिति, उसकी अवस्था और ग्रहों के साथ संबंध के आधार पर फल निर्धारित किया जाता है। यदि शनि शुभ अवस्था में हैं, तो वह अच्छे फल प्रदान करते हैं। लेकिन यदि किसी व्यक्ति के कर्म गलत हैं, तो शनि उन्हें कठिनाई में डाल सकते हैं।

शनि मार्गी होने का प्रभाव

शनि के मार्गी होने के साथ, लोगों को अपने कर्मों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आप सही मार्ग पर चलेंगे, तो शनि से सकारात्मक फल की प्राप्ति होगी।

शनि गोचर 2025

वर्ष 2025 में शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जहां उनकी स्थिति न तो शत्रुता है और न ही मित्रता। इस स्थिति में वे ज्ञान और शुद्धता को महत्व देंगे। जो लोग गलत कार्यों में लिप्त रहेंगे, वे शनि के निशाने पर रहेंगे।

भारत की वो 8 गुमनाम जगहें, जहां राक्षस नहीं देवता की तरह होती है रावण की पूजा, वजह जानकर उड़ जाएंगे होश!

राशियों पर प्रभाव

2025 में शनि का गोचर कुछ राशियों को प्रभावित करेगा:

  • मेष, वृषभ, धनु: कष्ट और धन की हानि।
  • मिथुन, तुला, मकर: मिश्रित फल।
  • कर्क, कन्या: दांपत्य जीवन में सुधार।
  • सिंह, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन: कर्म के अनुसार फल।

निष्कर्ष

शनि का मार्गी होना एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है, जो सभी राशियों को प्रभावित करेगा। इस समय, कर्मों पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है, क्योंकि शनि की दृष्टि में सुधार और दंड का आधार वही हैं। इसलिए, यह समय है अपने कार्यों को सुधारने और शुद्धता की ओर बढ़ने का। शनि देव का संदेश है: “जैसी करनी, वैसी भरनी।”

नवरात्रि के आखिरी दिन गलती से भी न करें ये काम…साल भर भुगतना पड़ेगा इसका अंजाम, सबसे ज्यादा यही भूल करते हैं लोग?

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।