India News (इंडिया न्यूज),  Shani Sade Sati 2025: साल 2025 में शनि ग्रह का राशि परिवर्तन कई राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। 29 मार्च 2025 को शनि कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि परिवर्तन के बाद शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा, जो कुछ राशियों के लिए कष्टकारी हो सकता है। शनि के इस प्रभाव का असर 2025 के पहले हाफ में विशेष रूप से महसूस होगा।

शनि की साढ़ेसाती 2025 में होगी शुरू

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती के तीन प्रमुख चरण होते हैं। 29 मार्च 2025 से मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। इसके पश्चात शनि 13 जुलाई 2025 को वक्री होंगे और इसके बाद 28 नवंबर 2025 को मार्गी हो जाएंगे। पहला चरण जातक के कार्यों में विघ्न और असफलताओं का कारण बन सकता है। शनि के इस प्रभाव से आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण होगा, जबकि कुंभ राशि पर शनि का तीसरा चरण रहेगा। तीसरे चरण में कुछ राहत भी मिल सकती है, हालांकि, यह कष्टों से पूरी तरह मुक्त नहीं करेगा।

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कौन-कौन सी राशियों पर पड़ेगा शनि का प्रभाव

2025 में शनि की साढ़ेसाती से मुक्त राशियों में मकर राशि के जातक होंगे, क्योंकि शनि का प्रभाव उनके ऊपर से हट जाएगा। दूसरी ओर, सिंह और धनु राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी। शनि की ढैय्या के दौरान जातकों को मानसिक और शारीरिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। ढैय्या के प्रभाव में आर्थिक संकट भी हो सकता है, जिससे परेशानी बढ़ सकती है। इस समय कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर चल रही ढैय्या समाप्त हो जाएगी, जिससे उन्हें राहत मिलेगी।

शनि के प्रकोप से बचने के उपाय

शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से बचने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं। हर शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करने से शनि की कृपा प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा, शनि मंदिर में तेल चढ़ाना और शनि देव की पूजा करना भी शुभ रहेगा। यदि शनि का प्रकोप अत्यधिक हो, तो किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से मार्गदर्शन लेना चाहिए। 2025 में शनि का प्रभाव राशि परिवर्तन और ढैय्या के रूप में महसूस होगा। इसके प्रभाव से कुछ राशियों को कष्ट तो होगा, लेकिन ज्योतिष उपायों के माध्यम से राहत भी मिल सकती है।

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